मंगलवार, 18 अप्रैल 2017

राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ का 67वाॅ डिकाॅय आॅपरेशन अचरोल में भू्रण लिंग जांच करते तथाकथित डॉक्टर व सहयोगी महिला गिरफ्तार

राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ का 67वाॅ डिकाॅय आॅपरेशन अचरोल में


भू्रण लिंग जांच करते तथाकथित डॉक्टर व सहयोगी महिला गिरफ्तार





जयपुर 18 अपै्रल। राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने मंगलवार को डिकाॅय आॅपरेशन कर भ्रूण लिंग जांच करते हुए तथाकथित डॉक्टर हरफूलसिंह व सहयोगी महिला सुशीला मीणा को गिरफ्तार किया। साथ ही मौके से सोनोग्राफी जांच हेतु काम में ली गयी नकली मशीन को भी जब्त किया।




चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ द्वारा किये गये सफल डिकाॅय आपॅरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने आमजन से कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम मंे सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सक्रिय जनसहभागिता की अपील की।




परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी श्री रघुवीर सिंह ने बताया कि कई माह से अचरोल में बंद राहुल नर्सिग होम में एक चिकित्सक द्वारा भू्रण लिंग जांच की सूचना मिल रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद डिकाॅय महिला व सहयोगी महिला को बोगस ग्राहक बनाकर मंगलवार को प्रातः भेजा गया। उन्होंने बताया कि डिकाॅय महिला व सहयोगी को बंद पड़े राहुल नर्सिग होम में ठहराया एवं भ्रूण लिंग जांच हेतु 30 हजार रूपये दलाल 44 वर्षीया सुशीला मीणा ने लिए। उन्होंने बताया कि सुशीला मीणा ने डॉक्टर को गर्भवती महिला के आने की सूचना दी।




श्री सिंह ने बताया कि करीब एक घंटे इंतजार के बाद तथाकथित डॉक्टर हरफूलसिंह आया। उन्होंने बताया कि हरफूल ने बंद कमरे में गर्भवती महिला की भू्रण लिंग जांच कर गर्भस्थ शिशु के लिंग जानकारी दी। उन्होंने गर्भपात कराने की सलाह देते हुए 30 हजार रूपये की और मांग की। टीम को इशारा मिलते ही कारवाई करते हुए बंद पड़े सुशीला मीणा व आरोपी हरफूलसिंह को टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया व काम में ली गई हरफूलसिंह की डिजायर गाड़ी भी जब्त कर ली।




परियोजना निदेशक ने बताया कि डिकाॅय कार्यवाही में पकड़े गए तथाकथित डॉक्टर हरफूलसिंह इससे पूर्व भी 7 मई 2016 को अपंजीकृत मशीन से लिंग जांच करते हुए निर्मल महला के साथ सीकर में पकड़ा गया था। जयपुर जिले के सभी कस्बा सहित सीकर जिले में भी इसके दलालों का नेटवर्क है।




इस डिकाॅय कार्यवाही मंें सीआई उमेश निठारवाल, सांवरमल, लालूराम, पीसीपीएनडीटी समन्वयक बाड़मेर विक्रमसिंह, सीकर नंदलाल पुनियां, जयपुर प्रथम बबीता चैधरी, मनीषा व झुंझुनूं आशा समन्वयक संजीव महला शामिल थे।

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