शनिवार, 22 अप्रैल 2017

जैसलमेर जिला कलक्टर शर्मा ने सुनी दामोदरा रात्रि चैपाल में ग्रामीणों की परिवेदनाएं 30 दिन में मेघवालों के वास में लगेगा नया ट्रंासफाॅर्मर



जैसलमेर जिला कलक्टर शर्मा ने सुनी दामोदरा रात्रि चैपाल में ग्रामीणों की परिवेदनाएं

30 दिन में मेघवालों के वास में लगेगा नया ट्रंासफाॅर्मर

जैसलमेर, 22 अप्रैल। जिला कलक्टर मातादीन शर्मा एवं जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने ग्राम पंचायत दामोदरा के अटल सेवा केन्द्र में आयोजित रात्रि चैपाल के दौरान ग्रामीणों की परिवेदनाएं सुनी एवं अधिकारियों को 15 दिवस में निस्तारण करने के निर्देष दिये। जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि जो प्रार्थना पत्र समस्या के संबंध में दिये उनको राज सम्पर्क पोर्टल में आॅनलाईन दर्ज कर संबंधित विभाग के अधिकारी को प्रेषित कर जब तक उनका निस्तारण नहीं होता तब तक प्रभावी माॅनेटरिंग की जाएगी।

रात्रि चैपाल के दौरान मेघवालों के वास के ग्रामीणांे ने घरेलू विद्युत कनेक्षन अधिक होने के कारण अतिरिक्त ट्रांसफाॅर्मर लगाने एवं सरपंच श्रीमती संगीता ने दामोदरा में विद्युत पोल के पुराने तारों की नई विद्युत केबल लगाने की बात कही। इस संबंध में जिला कलक्टर ने विद्युत अभियंता से जानकारी ली तो बताया कि इसकी जांच कर 30 दिवस में मेघवालों के वास में एक नया अतिरिक्त ट्रांसफाॅर्मर लगा दिया जाएगा, वहीं 10 दिवस में नई विद्युत केबल लगा दी जाएगी। चैपाल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण, उपखंड अधिकारी कैलाषचन्द्र शर्मा, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह भाटी, विकास अधिकारी सुखराम विष्नोई, सरपंच दामोदरा श्रीमती संगीता के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थें।

महानरेगा में शीघ्र करें बकाया भुगतान

चैपाल के दौरान भीखनाथ एवं अन्य ग्रामीणांे ने महानरेगा कार्य का बकाया भुगतान के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया। इस संबंध में जिला कलक्टर ने विकास अधिकारी को निर्देष दिये कि वे इसकी जांच कर शीघ्र ही बकाया भुगतान करवा दें।

सरकार की स्वीकृति मिलते ही चालू करेंगें पषु षिविर

चैपाल के दौरान सरपंच एवं अन्य ग्रामीणांे ने दामोदारा अन्य गावों में अकाल की स्थिति मंे पषुधन को बचाने के लिए पषु स्वीकृत चालू कराने की मांग की। इस संबंध में जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार से स्वीकृति मिलते ही पषु षिविर स्वीकृत कर दिये जाएगें।

बेटी बचाओं-बेटी पढाओं का दिया संदेष

जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को संदेष दिया कि वे बेटों की तरह बेटियांे को बचाओं एवं उनको अच्छी षिक्षा अर्जित करावंे। उन्हांेनंे इसके लिए सामाजिक सोच में बदलाव लाकर बेटे के जन्म की तरह बेटी के जन्म पर थाली बजाने की सीख दी एवं उत्सव मनाने की बात कही। जिला कलक्टर की सीख पर सरपंच श्रीमती संगीता एवं ग्रामीणों ने विष्वास दिलाया कि वे अपनी बेटियांे को बचायेंगें एवं उनको अच्छी षिक्षा अर्जित करायेगें।

ओडीएफ पंचायत होने पर दी बधाई

जिला कलक्टर ने स्वच्छ भारत मिषन की चर्चा करते हुए सभी ग्रामीणों को सदैव स्वच्छ एवं साफ सुथरा रहने तथा सभी घरांे में शौचालय के निर्माण की बात कही। इस संबंध में विकास अधिकारी ने बताया कि दामोदरा पंचायत ओडीएफ हो गई है। इस पर जिला कलक्टर ने सरपंच एवं ग्रामीणों को बधाई दी एवं कहा कि वे अब किसी भी सूरत में खुलें में शौच न जाने एवं शौचालय का उपयोग करें।

उपयोगी है ग्रामीणों के लिए रात्रि चैपाल

जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि ग्रामीणों के लिए रात्रि चैपाल बहुत ही उपयोगी है क्योंकि जहां रात्रि चैपाल में एक ही मंच पर उनकी समस्या समाधान का मौका मिलता वहीं उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी मिलती है। उन्होंनंे अधिकारियों को कहा कि वे चैपाल में पेष की गई समस्याओं का समय पर निदार कर उनको राहत पंहुचावें। उन्होंनंे श्रम कल्याण की योजनाओं का श्रमिक पंजीयन कार्ड बनाकर लाभ उठानंे, पालनहार योजनाओं का लाभ उठानें पर भी जोर दिया।

योजनाओं की दी जानकारी

रात्रि चैपाल के दौरान सभी जिला अधिकारियों ने राज्य सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं व कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी एवं पात्र लोगों को लाभ उठाने का आग्रह किया। सहायक निदेषक सांख्यिकी डाॅ.बी.एल.मीणा ने भामाषाह व आधार कार्ड अनिवार्य रूप से बनाने की बात कही। सुजानसिंह ने आभार जताया।

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वृक्ष लगाओ, धरती बचाओ - डाॅ0 गोयल
जैसलमेर, 22 अप्रैल। जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान में विश्व पृथ्वी दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जैसलमेर द्वारा शनिवार, 22 अप्रैल को विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पूर्णिमा गौड एवं डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल, पूर्णकालिक सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उपस्थित थे।

शिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जैसलमेर पूर्णिमा गौड़ ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिए बिना पृथ्वी का बचाव नहीं हो सकता। उन्होनें ग्लोबल वार्मिंग व ओजोन परत का हवाला देते हुए बताया कि इस समस्याआंे से सर्वाधिक नुकसान पृथ्वी को पहुंचा है। जिसे सम्मिलित प्रयास किए जाने का संकल्प हम सभी को लेना होगा। उन्होनें पाॅलीथीन की रोकथाम एवं जल संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

शिविर में पूर्णकालिक सचिव डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल ने बताया कि वृक्ष लगाकर ही पृथ्वी का बचाव किया सकता है। वृक्ष पृथ्वी व मानव जीवन के बीच की कडी है। मानव द्वारा अपने स्वार्थ के लिए वृक्षों को काटे जाने का ही दुष्परिणाम है कि ग्लोबल वार्मिंग बढी है। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्री जलस्तर बढ रहा है तथा भुमिगत जलस्तर अप्रत्याशित रूप से घट रहा है। इस असंतंलन को वृक्ष लगाकर ही पूरा किया जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम पांच वृक्ष लगाकर उनका संरक्षण करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होनें क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस को भी पृथ्वी के नुकसान का प्रमुख्य कारण बताया तथा घरों में प्रयुक्त होने वाले भौतिक संसाधन एसी, वातानकूलन संयत्र, रेफ्रिजिरेटर आदि में सीएफसी मुक्त होने की आवश्यकता बताई। सम्पूर्ण समाज की भागीदारी से ही पृथ्वी को बचाया जा सकता है। इसके लिए समन्वय की आवश्यकता है।

उन्होने बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में विधिक जानकारियां देते हुए यह बताया कि यदि कहीं बाल विवाह होने जा रहा है, तो कोई भी व्यक्ति पुलिस या न्यायालय के समक्ष रिपोर्ट या परिवाद दायर कर सकता है। पुलिस आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करती है। न्यायालय बाल विवाह रोकने के लिए अविलंब स्टे जारी कर सकता है। बाल विवाह के अपराध पर इनमें से सहयोंग व प्रेरित करने वाले परिवारजन, पण्डित, नाई, बाराती, बैण्ड वाले व अन्य सभी दोषियों को 2 वर्ष की अवधि का कारावास व 1 लाख रूपये के अर्थ दण्ड से दण्डित किया जा सकता है।

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