मंगलवार, 21 फ़रवरी 2017

वसुंधरा बोलीं, मैंने बेटे दुष्यंत को भी कह दिया, गड़बड़ की तो छोडूंगी नहीं, मैंने भ्रष्टाचारियों को अंदर कराया

वसुंधरा बोलीं, मैंने बेटे दुष्यंत को भी कह दिया, गड़बड़ की तो छोडूंगी नहीं, मैंने भ्रष्टाचारियों को अंदर कराया

वसुंधरा बोलीं, मैंने बेटे दुष्यंत को भी कह दिया, गड़बड़ की तो छोडूंगी नहीं, मैंने भ्रष्टाचारियों को अंदर कराया
जयपुर। बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने के बाद किसानों का सीएम वसुंधरा राजे से मुलाकात का सिलसिला दूसरे दिन भी चला। इस मौके पर सीएम राजे ने बिजली की दरों से लेकर कांग्रेस सरकार, भ्रष्टाचार, भाई-बंधुत्व, विकास, गांव-कौशल विकास समेत तमाम मुद्दों पर बात की। मुलाकात की। यूं किया किसानों को संबोधित...




- किसानों से वसुंधरा राजे ने कहा, राज करने के लिए तो आपने हमें इस सीट पर बैठाया नहीं। काम करने के लिए बैठाया है।

- अगर आपकी बात में सच्चाई है तो हम खड़े हो जाएंगे। आपके लिए लड़ाई लड़ेंगे।

- जब हम एक ही रास्ते पर चलेंगे तो आपकी बात सुनेंगे क्यों नहीं। आपकी बात सुनना हमारी जिम्मेदारी है।

- यदि मैं आपकी बात नहीं सुनूं तो मुझे इस सीट पर बैठने का कोई अधिकार नहीं।

- जो भी होगा न्यायपूर्वक होगा। अन्याय नहीं होने देंगे।

कांग्रेस पर कटाक्ष






- वसुंधरा राजे ने कांग्रेस की पूर्व सरकार पर जमकर कटाक्ष किए।

- बिजली के मुद्दे से बात कांग्रेस सरकार को घेरने तक लेकर गईं।

- बोलीं- मेरे दोस्त जो हाउस में बैठते हैं कांग्रेस के सदस्य। उन्होंने बिजली की दरों को लेकर सोचा होगा कि अच्छा है सरकार को कुचलने का मौका मिलेगा।

- लेकिन मैं बता दूं कि जो जनता को ईश्वर मानता है वो सही रास्ते पर चलता है।

- हमने पिछली सरकार के दौरान पांच साल में कोई काम नहीं छोड़ा।

- तब बिजली के तार डालकर लाइन डाली। आपकी दिक्कतें खत्म कीं।

- दूसरे लोग आए, उन्होंने उन्हीं को रगड़-रगड़ कर काम लिया, नया कुछ किया नहीं।

- अब इतना पीछे कर दिया कि उसे एक दिन में ठीक करना संभव नहीं।

- मैंने बिजली ठीक कराने के लिए काम किया है।

- कुछ वक्त लगेगा, लेकिन बिजली कंपनियों को घाटे से उबारते हुए सारा काम किया जा रहा है।

- लाइंस को ठीक करने का काम हमें करना होगा। इसके लिए 80 हजार करोड़ रुपए का कर्ज होगा।

- घर बनाते हो तो समय लगता है। क्या एक दिन में सब कुछ ठीक हो जाएगा? जो रगड़-रगड़ कर सामान छोड़ रखा है वो क्या एक दिन में हो जाएगा। उसमें समय लगेगा।

- हम गांवों में गए, शहरों में समय बिताया। लोगों को समझने की कोशिश की।

- जो यह सोचता है कि इनके सामने जादू का डंडा है, वो सपना है। कुछ मेहनत करते हैं कुछ नहीं करते।

- हम मेहनत करते हैं। यदि आप सब हमारा साथ दोगे तो फिर दौड़ने का समय आएगा।

पहले की गलतियां अब नहीं दोहराऊंगी

- सीएम ने कहा, जो गलतियां पहले कार्यकाल में हुई थीं वो अब नहीं होंगी।

- मैंने बेटे दुष्यंत को कहा, तुमने अगर गड़बड़ की तो मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी।

- हमने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए क्या-क्या नहीं किया है। ऐसे लोगों को जेल भेजा है।

- इसलिए गाड़ी पटरी पर आ रही है। आएगी।

- हमारा और आपका विश्वास का रिश्ता है। हमने पहले भी वोट के लिए झूठ के वादे नहीं किए थे। अब भी नहीं कर रहे।

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