मंगलवार, 17 जनवरी 2017

अब अजमेर भी होगा बर्ड टूरिज्म के लिए फेमस आनासागर झील के किनारांे पर हुआ बर्ड फेयर का शुभारम्भ

अब अजमेर भी होगा बर्ड टूरिज्म के लिए फेमस
आनासागर झील के किनारांे पर हुआ बर्ड फेयर का शुभारम्भ


शहर के लोग और पर्यटक झील के चारों तरफ से देख सकेंगे प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां

अजमेर, 17 जनवरी। स्मार्ट सिटी बनने जा रहे अजमेर में पर्यटन विकास की कोशिशों को एक और नया आयाम अब मिलने लगा है। शहर की आनासागर झील शीघ्र ही बर्ड टूरिज्म के नये केन्द्र के रूप में पहचानी जाएगी। झील में हर साल बढ़ती प्रवासी पक्षियों की आवक और झील सौन्दर्यीकरण के लिए किए जा रहे प्रयास पर्यटन के इस नये आयाम में सहायक बनेंगे।
जिला प्रशासन और राजस्थान पत्रिका के सहयोग से शुरू हुए पहले बर्ड फेयर का आज बारादरी पर शानदार आगाज हुआ। स्कूली बच्चों और युवाओं ने झील मंे आने वाले मेहमान परिन्दों के अठखेलियों को सिर्फ देखा ही नहीं बल्कि इन कोशिशों को कैनवास पर भी उतारा। बर्ड फेयर के शुभारम्भ पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष एवं सांसद प्रो. सांवरलाल जाट ने कहा कि कभी आनासागर झील सूख जाया करती थी लेकिन पिछले कई सालों से झील लबालब है और यहां प्रवासी पक्षियों की आवक बढ़ी है। प्रदेश में कभी भरतपुर ही पक्षियों के अभयारण्य के रूप में जाना जाता था लेकिन अब कई जिलों के तालाबों में प्रवासी पक्षी के झुण्ड नजर आने लगे है। पक्षी शांत मौहाल चाहता है । इसके लिए प्रयास किए जाने चाहिए। पर्यावरण की दृष्टि से पक्षियों की झीलों पर उपस्थिति लाभ दायक होती है। इनका संरक्षण जरूरी है तभी अजमेर ऐतिहासिक नगरी होने के साथ साथ पर्यटन की दृष्टि से सैलानियों का आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
प्रो. जाट ने कहा कि आनासागर के विकास एवं पक्षियों के संरक्षण के लिए विशेष कार्य योजना बनायी जानी चाहिए और इस प्रकार के आयोजन किया जाने चाहिए ताकि पक्षी संरक्षण के लिए लोगों की जागरूकता भी बढ़े। प्रवासी पक्षियों के अधिकाधिक प्रवास के लिए झील के चारों ओर वेटलैंड विकसित की जानी चाहिए।
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर में इस तरह के आयोजन प्रशंसनीय है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत आनासागर झील को विकसित किया जा रहा है। यहां कृत्रिम झरने एवं सौन्दर्यीकरण के अन्य कार्य भी करवाए जा रहे हैं । झील में प्रवासी पक्षियों की आवक बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे ताकि यहां झील पक्षियों के प्रवास के साथ साथ सैलानियों की भी आवक बढ़े। प्रो. देवनानी ने कहा कि आनासागर झील पहले की तुलना में अब स्वच्छ है इसे तय मानकों के अनुरूप स्वच्छ करने के लिए प्रयास लगातार जारी हैै।
संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि जिले की अन्य झीलों को भी आनासागर के तर्ज पर ही विकसित किया जाना चाहिए। जिससे प्रवासी पक्षियों की जिले में आवक बढ़े और पर्यटन का भी विकास हों। ऐतिहासिक आनासागर झील में पक्षियों की बढ़ती आवक तथा इनके प्रति लोगों की लगातार बढ़ती दिलचस्पी शुभ संकेत है। इस तरह के प्रयासों को और अधिक बल मिलना चाहिए। जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि पक्षियों की ऊंची उड़ान व सत्त आगे बढ़ने के प्रयास से युवा पीढ़ी को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बर्ड फेयर के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि पक्षियांे के संरक्षण के लिए जिले के बड़े तालाबों को भी विकसित किए जाने की जरूरत है।
नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि झील के प्रति सकारात्मक सोच शहर को एक नई सौगात देगी। झील को केवल पर्यटन ही नहीं वरन पक्षियों के प्रवास के लिए भी और विकसित किया जाएगा। झील के चारों ओर पार्थ वे पर ऐसे स्थान विकसित किए जा रहे है। जिससे बाहर से आने वाले सैलानी भी अजमेर में झील के साथ साथ पक्षियों का भी आनन्द लें।
एडीए अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेडा ने कहा कि झाील संरक्षण व पक्षियांे के प्रवास के लिए जरूरी सब सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोडी जाएगी। प्राधिकरण के स्तर पर शहर में बर्ड टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएगे।
राजस्थान पत्रिका के सम्पादकीय प्रभारी श्री उपेन्द्र शर्मा ने कहा कि पक्षी किसी भी स्थान पर होने वाली प्राकृतिक घटना के लिए सबसे पहली चेतावनी या संकेत देते हैं। भूकम्प या अन्य घटनाओं पर पक्षी उस स्थान को छोड़कर चले जातेे है। अजमेर मंे पक्षियों की आवक बढ़ना इस बात का संकेत है कि यहां वातावरण में सकारात्मकता बढ़ रही है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री नितिनदीप ब्लग्गन, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री किशोर कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविन्द सैंगवा, जिला रसद अधिकारी श्रीमती दीप्ति शर्मा एवं उपखण्ड अधिकारी श्री जयप्रकाश नारायण सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


राजस्थान और केन्द्र के शिक्षा बोर्ड में होगा बेहतर समन्वय - प्रो. देवनानीशिक्षा राज्य मंत्राी ने की सीबीएसई के अधिकारियों के साथ बैठक
अजमेर, 17 जनवरी। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा के विकास के लिए जरूरी है कि प्रदेश के शिक्षा विभाग, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, जिला प्रशासन तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो। इसके लिए राज्य की विभिन्न एजेन्सियों और सीबीएसई के बीच संवाद को बढ़ाया जाएगा। साथ ही सीबीएसई से सम्बद्ध विद्यालयों को राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से प्राप्त निर्देशों की पालना करनी होगी।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज सर्किट हाउस में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार पूरे देश में शिक्षा को नयी गति देकर आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्राी श्री प्रकाश जावडेकर की अगुवाई में लगातार सभी प्रदेशों के शिक्षा मंत्राी चर्चा कर रहे है। राजस्थान में भी मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में शिक्षा नये सोपान तय कर रही है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार के पास केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंद्ध विद्यालयों से संबंधित शिकायते और समस्याएं लगातार सामने आती रहती है। इनके निराकरण के लिए जरूरी है कि राज्य सरकार और सीबीएसई के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हो। फीस वृद्धि के लिए हाल ही राज्य सरकार ने नये नियम लागू किए है इन्हें सीबीएसई से संबंद्ध विद्यालयों को भी तार्किक रूप से मानना होगा।
उन्होंने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नवाचारों, परीक्षा पद्धति, प्रश्नपत्रों की सुरक्षा एवं उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन आदि मुद्दों पर भी चर्चा की। बैठक में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की निदेशक डाॅ. साधना पाराशर, क्षेत्राीय अधिकारी श्री इन्द्रजीत सिंह एवं श्री आर.के. बालानी आदि उपस्थित थे।


26 अरब रूपए की लागत से होग शहर का विकास -प्रो. देवनानीशिक्षा राज्य मंत्राी ने किया विभिन्न वार्डों में विकास कार्यों का शुभारम्भ
अजमेर, 17 जनवरी। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने जा रहा है। आगामी दो सालों में 26 अरब रूपए की लागत से शहर का कायाकल्प किया जाएगा। अजमेर शहर प्रदेश के अग्रणी शहरों की कतार में सबसे आगे खड़ा होगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज किसान काॅलोनी में सड़क निर्माण कार्य तथा कोटड़ा में मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के पास पाइप लाइन बिछाने के कार्य का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा शहरों के विकास की कड़ी में अजमेर का विशिष्ट स्थान है । अजमेर को स्मार्ट व हेरिटेज सिटी सहित कई अहम योजनाओं की सौगात दी गई है। शहर के विकास पर 26 सौ करोड़ रूपये खर्च किए जाएगे।
उन्होंने कहा कि आनासागर झील के चारों ओर पाथवे बनाया जाएगा। विभिन्न चरणों में यह कार्य सम्पन्न होगा। सर्किट हाउस से जुड़ी पहाड़ी पर झरना एवं लवकुश उद्यान में कैफेटेरिया भी बनाया जा रहा है। योजना के तहत प्रथम चरण में करीब एक हजार करोड़ रूपए के कार्य करवाए जाएंगे। इसके तहत आगामी 25 जून से पूर्व कुछ कार्य पूरे कर लिए जाएंगे और कुछ कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कचहरी रोड से पावर हाउस के पास जयपुर रोड तक नाले को कवर कर नई सड़क बनायी जाएगी। इससे शहर में यातायात समस्या का काफी समाधान होगा। इसी तरह सूचना केन्द्र में ओपन आॅडिटोरियम सहित कई अन्य कार्य भी करवाए जाएंगे। इसी तरह अन्य विकास कार्य भी करवाएं जाएंगे।
कार्यक्रम मंे महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, पार्षद श्री धर्मेन्द्र शर्मा, श्री वीरेन्द्र वालिया, श्री रमेश सोनी, श्री जयकिशन पारवानी, श्री राजकुमार ललवानी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।


हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेकड़ी पेयजल परियोजना का लोकार्पण कलअजमेर, 17 जनवरी। हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेकड़ी गांवांे के लिए स्वीकृत पेयजल परियोजना का शुभारम्भ कल प्रातः 10 बजे लक्खी चैराहा काजीपुरा में आयोजित कार्यक्रम में किया जाएगा। इन क्षेत्रों में आजादी के बाद पहली बार नल से घरों में पानी आएगा।
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेकड़ी के लिए 8.9 करोड़ रूपये की पेयजल परियोजना स्वीकृत की गई थी। इसका कार्य पूरा कर लिया गया है।
सरकार के तीन साल:ः सुराज प्रदर्शनी में रही भारी भीड़
मंगलवार को 250 विद्यालयी छात्रा-छात्राओं ने उत्साह से देखा
अजमेर, 17 जनवरी। राज्य सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा जिले की उपलब्धियों पर आधारित सुराज प्रदर्शनी के प्रति लोगों का रूझान बना रहा। प्रदर्शनी में मंगलवार को विभिन्न विद्यालयों के लगभग ढाई सौं छात्रा-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रदर्शनी को देखा तथा उपलब्धियों से रूबरू हुए।
अजमेर के आजाद पार्क में आयोजित इस प्रदर्शनी में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग एवं क्षेत्राीय परिवहन विभाग की प्रदर्शनी लगी हुई हैं। इसके साथ ही खादी मेला की विभिन्न स्टाॅले लगी हुई है। प्रदर्शनी आगामी 19 जनवरी तक आमजन के लिए खुली रहेगी।
मंगलवार कोे सैंट अन्सलम सीनियर सैकण्डरी स्कूल, राजकीय बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल क्रिश्चयन गंज अजमेर, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मदार अजमेर, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय रामनगर, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पलटन बाजार अजमेर, संत फ्रांसिस उच्च माध्यमिक विद्यालय अलवर गेट तथा आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, पडाव अजमेर सहित अन्य विद्यालयों के छात्रा-छात्राओं ने प्रदर्शनी को देखा। वहीं आम जन ने भी प्रदर्शनी अवलोकन मेें अपनी रूचि दिखाई।


बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने जानी समस्याएंअजमेर, 17 जनवरी। राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी के निर्देशानुसार मंगलवार को आयोग के सदस्यों ने अजमेर की विभिन्न संस्थाओं में जाकर उसके सामने आने वाली समस्याओं की जानकारी ली। आयोग के सदस्य अपनी संपूर्ण रिपोर्ट अध्यक्ष को प्रस्तुत करेंगे।


लोकायुक्त सचिवालय के लिए कार्मिकों से आवेदन आमन्त्रिात अजमेर 17 जनवरी। लोकायुक्त सचिवालय जयपुर में शीघ्र लिपिक तथा कनिष्ठ लिपिक पद के लिए कार्मिकों से आमन्त्रिात किए गए है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार ने बताया कि लोकायुक्त सचिवालय में हिन्दी शीघ्र लिपिक के 5 पद 9300-34800 वेतन श्रृंखला 3600 तथा कनिष्ठ लिपिक के 7 पद 5200-20200 वेतन श्रृंखला गे्रड पे- 2400 के अनुसार रिक्त है। जिले में कार्यरत पात्रा कार्मिकों का इस पद के लिए प्रतिनियुक्त अथवा स्थानान्तरण किया जायेगा। सचिवालय में नियुक्ति के इच्छुक कार्मिक सतत अधिकारी की अनापत्ति के साथ आवेदन कर सकते है।


पालनहार योजना के लाभान्वितों को जमा करवाने होगे दस्तावेजअजमेर 17 जनवरी। पालनहार योजना के लाभान्वित व्यक्तियों को आॅन लाईन भुगतान के लिए आवश्यक दस्तावेज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला कार्यालय में जमा करवाने होंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री संजय सांवलिया ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित पालनहार योजना में वर्ष 2016-17 मेें माह जुलाई 2017 से स्वीकृत आवेदन पत्रों को आॅनलाइन पोर्टल के माध्यम से भुगतान किया जाना है। इस हेतु विभाग द्वारा निर्धारित प्रपत्रा जिला कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। इसमें वर्ष 2016-17 का अध्यययन प्रमाण पत्रा, भामाशाह कार्ड की फोटोप्रति, आधारकार्ड एवं बच्चों का, बैंक पासबुक की फोटोप्रति (पालनहार की) जमा करवाया जाना आवश्यक है। जिन्होंने वर्ष 2016-17 को अध्ययनरत प्रमाण पत्रा जमा नहीं कराया है वे आॅनलाइन भुगतान हेतु वर्ष 2016-17 का अध्ययन प्रमाण पत्रा, भामाशाह कार्ड की फोटोप्रति, आधारकार्ड स्वयं एवं बच्चों का, बैंक पासबुक की फोटो प्रति (पालनहार की) कार्यालय उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कलेक्ट्रेट परिसर अजमेर में जमा करावे। राज्य सरकार के निर्देशानुसार उक्त दस्तावेजों के अभाव में वर्ष 2016-17 का भुगतान किया जाना सम्भव नहीं होगा। विस्तृत जानकारी के लिए दूरभाष नम्बर 0145-2623044 पर एवं व्यक्तिशः कार्यालय में कार्यालय समय में सम्पर्क कर सकते है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें