बुधवार, 11 जनवरी 2017

बाड़मेर प्रियंका चैधरी ने बढाया मरूधरा का मान 13 साल की उम्र में जीता राष्ट्रीय स्तर स्वर्ण पदक बाड़मेर को मिला जूडो मंे पहला स्वर्ण



बाड़मेर प्रियंका चैधरी ने बढाया मरूधरा का मान

13 साल की उम्र में जीता राष्ट्रीय स्तर स्वर्ण पदक

बाड़मेर को मिला जूडो मंे पहला स्वर्ण

बाड़मेर 11.01.2016

62 वीं अंडर 14 जूडो प्रतियोगिता का आयोजन नालगोड़ा तेलगाना में हो रही है। जिला जूडो संघ जिलाध्यक्ष अचलाराम बेनिवाल ने बताया कि बाड़मेर के छोटे से गांव जोगाष्वर कुआं में रहने वाली 13 साल की प्रियंका चैधरी ने बुधवार की रोज नालगोड़ा तेलगाना में अपने प्रतिधंद्धीयों का मात देते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। सिद्धाराम मायला व जूडो कोच भागीरथ सिंवल ने बताया कि बाड़मेर जिले में जूडो प्रतियोगिता में प्रियंका को मिला यह पदक पहला स्वर्ण पदक है। प्रियंका के स्वर्ण जीतने पर पुरे इलाके में खुषी की लहर दौड़ पड़ी है वहीं राजस्थान पहली बार राष्ट्र स्तर पर विजेता बनते हुए तीन स्वर्ण और कास्य पदक पर कब्जा जमाया। जूडो वरिष्ठ कोच खेमाराम चैधरी ने बताया कि जोगेवष्र कुआं, गरल की प्रियंका चैधरी ने बाड़मेर को स्कूल गेम्स में पहला गोल्ड दिलाया। साथ ही राजस्थान ने चैम्पियनषिप पर कब्जा जमाया जिसमंे बाड़मेर की प्रियंका, उदयपुर की अंषु, गंगानगर की मेहनाज कौर ने स्वर्ण पदक दिलाया। प्रियंका का जूडो खेल करियर पहली बार प्रियंका ने राज्य स्तर पर ब्रांज जीता, दूसरी बार राष्ट्र स्तर पर चयनित हुई और तीसरी बार में राष्ट्र स्तर पर स्वर्ण अपने नाम किया।

जिला जूडो संघ प्रवक्ता तेजाराम हुड्डा ने बताया कि नालगोड़ा तेलगांना मंे चल रही जूडो प्रतियोगिता में अंडर 14 मंे 44 किलो भारवर्ग मंे प्रियंका ने बुधवार को देष के समस्त बड़े धुरधंर राज्यों की खिलाड़ियांे को पटकनी देते हुए अपनी जमीन के नाम गोल्ड जीता। प्रियंका ने इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उतराखंड, गुजरात, पंजाब, हरियाणा के खिलाड़ियों को हराकर गोल्ड अपने नाम किया। साथ ही बाड़मेर के अर्जुनसिंह व छगनी ने चैथा स्थान प्राप्त किया और राजस्थान को राष्ट्र स्तर पर चैम्पियन बनाने में सर्वाधिक योगदान दिया। प्रियंका एक साधारण किसान परिवार से है प्रियंका ने जूडो खेल की शुरूआत नेषनल प्लेयर रह चुके और वर्तमान शारिरीक षिक्षक खीयाराम कुकणा व सिद्धाराम मायला के मार्गदषर्न में शुरू किया। प्रियंका अपने इस मुकाम का श्रेय सिद्धाराम मायला, अपने चाचा खींयाराम कुकणा, खेमाराम कड़वासरा, जिला जूडो संघ जिलाध्यक्ष अचलाराम बेनिवाल, भगराज मायला, देवेन्द्र मायला, ठाकराराम बेनिवाल, राष्ट्र स्तर तक साथ देने वाले कोच भागीरथ सिंवल सहित अपने सह खिलाड़ियों, पूर्व खिलाड़ियों और सिनियर खिलाड़ियों को दिया।

राजस्थान जूडो संघ सचिव रेखाराम सियोल, बाड़मेर जिला जूडो संघ जिलाध्यक्ष अचलाराम बेनिवाल, बाड़मेर जूडो के नींव रखने वाले खेमाराम चैधरी, सरपंच विषनाराम, नेषनल प्लेयर रमेष सियोल, माधव सियोल, जिला जूडो संघ प्रवक्ता तेजाराम हुड्डा, गणेष बेनिवाल, ठाकराराम जाखड़ समस्त पदाधिकारियांे व खेल से जूड़े प्रषिक्षकों ने जीत की बधाई दी।

अब वो वक्त भी दूर नहीं होगा जब हमारे बाड़मेर के खिलाड़ी एषियाड, कामनवेल्थ और ओलम्पिक में भाग लेकर राष्ट्र के लिए पदक प्राप्त करेंगें। अगला पायदान हमारा एषियाड, कामनवेल्थ और ओलम्पिक होगा। हमंे केवल खेल सुविधाएं व संसाधनों की दरकार है।

रेखाराम सियोल राजस्थान जूडो संघ सचिव

एक किसान परिवार की बेटी ने राष्ट्र स्तर पर गोल्ड मैडल जीता है इससे बढकर हमारे लिए खुषी और क्या होगी। इंडोर के बनने से हमें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुचंने से कोई नहीं रोक पायेगा। यहां खिलाड़ियों की कमी नहीं है आवष्यकता है केवल संसाधनों की ।

अचलाराम बेनिवाल जिलाध्यक्ष बाड़मेर जूडो संघ

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