गुरुवार, 8 दिसंबर 2016

बाड़मेर पुलिस नोखड़ा स्थित षराब की दुकान जलाने की वारदात का मुख्य आरोपी प्रेमाराम गिरफ्तार



बाड़मेर पुलिस  नोखड़ा स्थित षराब की दुकान जलाने की वारदात का मुख्य आरोपी प्रेमाराम गिरफ्तार
बाड़मेर दिनंाक 28.11.2016 की रात्रि में ग्राम नोखड़ा में षराब की दुकान में आग लगाकर दुकान जलाने के मामले में पुलिस ने नामजद आरोपी प्रेमाराम पुत्र लुम्बाराम जाति जाट उम्र 21 वर्श निवासी देवाणियों की ढाणी षिवकर को आज दिनंाक 08.12.2016 को गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि दिनांक 29.11.2016 को श्री बाबुलाल पुत्र धर्माराम जाति जाट निवासी नेहरुनगर बाड़मेर हाल सेल्समैंन जाखड़ वाईन्स नोखड़ा ने पुलिस थाना रागेष्वरी पर एक लिखित रिपोर्ट पेष की कि दिनांक 28.11.2016 को रात्रि आठ बजे मैं दुकान बंद कर बाड़मेर चला गया था। दुकान पर निगरानी हेतु जितेन्द्र जाट सो रहा था। रात्रि को वक्त करीब 2ः30 बजे मुलजिमान टीकुराम, मोहम्मद हसन, हेमाराम, प्रेमाराम, दलाराम, दिनेष व ठाकराराम ने मिलकर मेरी षराब की दुकान में आग लगा दी। जिससे मुझे आर्थिक नुकसान हुआ। उक्त रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 105 दिनंाक 29.11.2016 धारा 436 भादसं के तहत दर्ज किया जाकर अन्वेशण आरम्भ किया गया।

प्रकरण में सभी नामजद आरोपीगण की तलबी की जाकर पुछताछ की गई तो मुलजिम प्रेमाराम बावजूद तलबी के भी उपस्थित नहीं आया। जिस पर मुलजिम प्रेमाराम के घर पर तलाष की गई तो मुलजिम प्रेमाराम घटना की दिनांक से अपने घर से फरार पाया गया। तलाष पतारसी करने पर मुलजिम प्रेमाराम का प्रकरण में गिरफ्तारी से बचने हेतु पठानकोट भाग जाना पाया गया। जिस पर मुलजिम प्रेमाराम को दस्तयाब कर पुछताछ की गई तो मुलजिम प्रेमाराम ने उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।

पुरानी रंजिष का बदला लेने हेतु जलाई दुकान:- मुलजिम प्रेमाराम पूर्व मंे ग्राम नोखड़ा में अवैध षराब विक्रय करता था इसी बात पर प्रेमाराम का पुर्व में षराब दुकान के सेल्समैंन हडमानराम के साथ झगड़ा हुआ था तथा थाना रागेष्वरी पर प्रकरण संख्या 81/2016 धारा 143, 341, 323, 458 भादंसं. दर्ज हुआ। उक्त प्रकरण में प्रेमाराम जेल गया था। पुनः प्रेमाराम द्वारा षराब विक्रय करने पर पुलिस द्वारा प्रेमाराम के कब्जा से षराब बरामद कर प्रेमाराम को गिरफ्तार कर प्रेमाराम के विरुद्ध प्रकरण संख्या 99/2016 धारा 14/57, 19/54 आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किया गया था। इससे प्रेमाराम व षराब ठेकेदार के मध्य भयंकर रंजिष हो गई। इसी का बदला लेने हेतु प्रेमाराम ने रात्रि में दुकान में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा कर दुकान जला दी।

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