मंगलवार, 27 दिसंबर 2016

**बाड़मेर आशाओं का समय पर हो रहा है भुगतान आशा सॉफ्ट के माध्यम से - डॉ बिस्ट



**बाड़मेर आशाओं का समय पर हो रहा है भुगतान आशा सॉफ्ट के माध्यम से - डॉ बिस्ट

बाड़मेर 28 दिसम्बर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार

सिंह बिस्ट ने बताया कि जिले में आशा सहयोगिनियो द्वारा प्रदान की जा रही

समस्त स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अभिनव पहल करते हुए 26 दिसम्बर 2014 से

ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया प्रारम्भ की गयी है। स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय

स्तर पर सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली आशा के मनोबल

और आत्म सम्मान बढ़ाने में यह निर्बाध ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया अत्यंत

महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।




जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन,

राजस्थान की अभिनव पहल ‘‘आशा सॉफ्ट’’ ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया को 26

दिसम्बर, 2016 को सफलतापूर्वक 2 वर्ष पूर्ण हो चुके है। इस सॉफ्टवेयर के

माध्यम से जिले में कार्यरत प्रतिमाह 2 हजार से अधिक आषाओं को ऑनलाईन

भुगतान किया जा रहा है। ‘‘आशा सॉफ्ट’’ के माध्यम से राशि का भुगतान सीधे

आशाओ के बैंक खाते में जमा कराया जाता है।




भाटी ने बताया कि आशा सॉफ्ट के दो वर्ष की इस अल्प अवधि में ही बेस्ट

प्रेक्सिेज रूप में राष्ट्रीय स्तर पर जिले की आशाओ को पुरूस्कारों से

सम्मानित किया जा चुका है । नीति आयोग द्वारा प्रकाशित बेस्ट प्रेक्टिसेज

फ्राम आवर स्टेट्स में भी आशा सॉफ्ट को शामिल करने के साथ ही भारत सरकार

द्वारा प्रकाशित ‘‘सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य नवाचारों’’ की टेबल बुक में भी

‘‘आशा सॉफ्ट’’ को शामिल किया गया है। अनेक राज्यों के प्रतिनिधियों

द्वारा समय समय पर प्रदेश में आकर इस पहल का अध्ययन किया गया है।




भाटी ने बताया कि आशा सॉफ्ट से प्राप्त आंकडो के विश्लेषण के आधार पर

सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली आशाओं को जिला स्तर पर पहचान देने व बेहतर

कार्य के लिए प्रेरित करने के उद्वेश्य से 26 जनवरी 2016 को जिले से 3

सर्वश्रेष्ठ आशाओं का चयन कर प्रथम सर्वश्रेष्ठ आशा को रूपये 5000 हजार

द्वितीय को 3 हजार तथा तृतीय को 2 हजार रूपये का नगद पुरूस्कार एवं

प्रमाण पत्र दिये गये।




राकेश भाटी ने बताया की वर्ष 2015-16 के दौरान उत्कृष्ठ कार्य करने वाली

30 आशाओ को एनआईओएस के माध्यम से 10वीं एवं 12वीं कक्षा का अध्ययन करवाया

जा रहा है। इन पर होने वाला व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।

इससे उनके शैक्षणिक स्तर में बढोतरी होगी और वे स्वास्थ्य विभाग की

महत्वपूर्ण योजनाओं को समुदाय तक पहुचाने में और अधिक सक्षम हो सकेगी।










प्रशिक्षण की गुणवता में सुधार करने हेतु निर्धारित न्यूनतम प्रगति करने

वाली आशाओं को स्वास्थ्य गतिविधियों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।




जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में आशा सहयोगिनियो की महत्तवपूर्ण भूमिका

को मध्यनजर रखते हुए 963 आशा- सहयोगिनियों को बीएसएनएल के माध्यम से

सीयूजी कनेक्शन देकर ‘‘आशा-संचार’’ सेवा प्रारम्भ की गई है। सी0यू0जी0

कनेक्शन के अन्तर्गत राज्य स्तर के अधिकारियों के साथ-साथ जिला, ब्लॉक,

पी.एच.सी. स्तर के समस्त कर्मचारियों को आशा स्तर तक बेहतर सम्प्रेषण कर

आशा कार्यक्रम की गुणवत्ता को बढ़ाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है।










भाटी ने बताया कि इसका बेहतरीन उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं, मौसमी बीमारियों,

मातृ मृत्यु की सूचना एवं अन्य सभी जनकल्याणकारी योजनाओं के लिये भी किया

जा रहा है। इससे स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं पर आशाओं से सीधा फीडबैक लिया

जाना भी संभव हो रहा है। जिले के सिवाना एवं बालोतरा खण्ड में की

उत्कृष्ठ कार्य करने वाली 25 आशा सहयोगिनियों को ई-जनस्वास्थ्य एप्लीकेशन

व टेबलेट पीसी उपलब्ध करवाये जा चुके है। टेबलेट पीसी के माध्यम से

संबंधित आशाओं द्वारा स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियों का ऑनलाईन इन्द्राज

किया जा रहा है एवं आशाओ द्वारा गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच के

दौरान विडीयो दिखाकर खान-पान संबंधी परामर्श दिया जा रहा है।










आशाओ की स्वास्थ्य सेवाओं में दक्षता बढाने के उददेश्य से मोबाइल एकेडमी

कोर्स प्रारम्भ किया गया है। इसके माध्यम से चुने हुये प्रश्नों के जवाब

देने तथा 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली आशाओं को उतीर्ण मानकर उन्हें

राज्य स्तर से श्रीमान मिशन निदेशक एनएचएम द्वारा सर्टिफिकेट जारी किये

जा रहे है |

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