शनिवार, 23 जुलाई 2016

झालावाड़ में अब सार्वजनिक स्थलों पर नहीं दिखेंगे धुएं के छल्ले



झालावाड़ में अब सार्वजनिक स्थलों पर नहीं दिखेंगे धुएं के छल्ले
झालावाड़ 23 जुलाई। झालावाड़ जिले में धूम्रपान निषेध कार्यक्रम में तेजी लाई जायेगी तथा सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों को चालान का सामना करना पड़ेगा।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आज जिला कलक्ट्रेट सभागार हुई बैठक में अगले 45 दिनों में जिले को सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पादों के सार्वजनिक सेवन पर पूरी तरह रोक लगाने के लिये व्यापक रणनीति तैयार की गई। जिला कलक्टर ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों के चालान बनायें तथा सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन, आपूर्ति और विकरण का विनियमन) अधिनियम 2003 की धारा 4,5,6 और सात को लागू करें। उन्होंने कहा कि झालावाड़ तथा झालरापाटन नगरीय सीमा में स्थित समस्त होटलों, धर्मशालाओं, ढाबों, रेस्टोरेंटों, टी स्टालों, स्कूलों, शिक्षण संस्थाओं, निजी एवं सरकारी चिकित्सा संस्थाओं, बस स्टैण्डों, टैक्सी स्टैण्डों, रेलवे स्टेशन, परिवहन साधनों यथा बसों, टैक्सियों, ऑटो रिक्शा, वीडियो कोच, दुकानों, मॉल आदि समस्त सार्वजनिक स्थलों पर गैर धूम्रपान क्षेत्र के बैनर एवं पोस्टर लगाये जायेंगे। इन क्षेत्रों में धूम्रपान करने वालों के 200 रुपये तक के चालान काटे जायेंगे। जो लोग तम्बाखू उत्पादों की बिक्री करते हैं उन्हें तम्बाकू जानलेवा है तथा उससे सम्बन्धित रंगीन चित्र के बैनर लगाने अनिवार्य होंगे। जो लोग ये बैनर नहीं लगायेंगे उनके भी चालान काटे जायेंगे। प्रत्येक शिक्षण संस्था के दरवाजे पर 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पादन नहीं बेचने के सम्बन्ध में भी बैनर लगाये जाने अनिवार्य होंगे। प्रत्येक सार्वजनिक भवन की प्रत्येक मंजिल पर ऐसे बैनर लगाने अनिवार्य हैं। समस्त शिक्षण संस्था के बाहर ‘‘तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान’’ लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। ये बैनर 31 जुलाई तक लगाये जाने अनिवार्य हैं।

जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि देष में प्रतिवर्ष 10 लाख लोग तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों से मरते हैं। प्रतिदिन 5500 बच्चे तम्बाकू निर्मित उत्पादों अर्थात् बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला आदि की शुरुआत करके इसकी चपेट में आते हैं। राजस्थान में 32.3 प्रतिशत वयस्क तम्बाकू सेवन के आदी हैं। हमें झालावाड़ जिले की जनता को इस व्यसन से दूर करना है तथा स्वच्छ, स्वस्थ एवं जगमग झालावाड़ का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि हमारा प्रयास कुछ परिवारों को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के मुंह में जाने से रोक ले।

आज की बैठक में चूरू जिले के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक चरणसिंह ने झालावाड़ जिले को धूम्रपान एवं तम्बाकू सेवन मुक्त जिला बनाने की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा उनके द्वारा जिला कलक्टर के नेतृत्व में जालोर जिले में अपनाई गई रणनीति पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर भवानीसिंह पालावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, सीएमएचओ डॉ. साजिद खान, आरसीएचओ सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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