शनिवार, 23 जुलाई 2016

अजमेर राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस की तैयारियाॅ स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास प्रमुख शासन सचिव ने ली समीक्षा बैठक



अजमेर राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस की तैयारियाॅ

स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास प्रमुख शासन सचिव ने ली समीक्षा बैठक

अजमेर, 23 जुलाई। स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री मंजीतसिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस पर आयोजित होने वाले विभिन्न शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रमों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें । साथ ही शहर में सफाई व्यवस्था के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाए।

प्रमुख शासन सचिव शनिवार को कलक्ट्रेट कार्यालय सभागार में आयोजित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में नगर निगम के महापोर श्री धर्मेन्द्र गहलोत भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि आगामी स्वाधीनता दिवस पर मुख्यमंत्राी सहित अनेक विशिष्टजन अजमेर में रहेंगे। ऐसे में यहां साफ सफाई एवं शहर सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए आगामी 25 जुलाई से विशेष सफाई अभियान भी चलाया जाए।

उन्होंने जिला प्रशासन के साथ अजमेर शहर का दौरा किया तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। शहर में विभिन्न स्थानों पर विद्युत खम्बों तथा स्ट्रीट लाईटों के खम्बों पर लगी हुई केबल आॅपरेटर्स तथा मोबाईल आॅपरेटर्स की केबलों को विशेष सफाई अभियान से पूर्व आॅपरेटर्स द्वारा नहीं हटाने पर अभियान के दौरान नगर निगम द्वारा अपने स्तर पर हटाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने, अनावश्यक होर्डिग्स पोस्टर बेनर हटाने, कचरे के ढेर हटाने, खुले पड़े नालों को ढ़कने, विद्युत पोल से केबल के तार हटवाने, पार्किग स्थलों को चिन्हित करने, विद्युत अण्डर ग्राउण्ड केबलिंग का कार्य पूर्ण करना तथा सीवरेज कनेक्शन देने के कार्य को प्राथमिकता से समयबद्धता के साथ पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि प्रमुख मार्गो की दीवारों पर जहां तक हो सकें एक समान पेन्ट करें । उन्होंने कहा कि अजमेर एवं पुष्कर के लिए करोड़ों रूपए के विकास कार्य करवाएं जाने है। जिसमें अमृत योजना में 120 करोड़ रूपए, हृदय योजना में 40.40 करोड़ रूपए के विकास कार्य करवाएं जाएंगे। इसी प्रकार अजमेर को स्मार्ट सिटी के लिए 1900 करोड़ रूपए के प्रस्ताव भी तैयार कर भिजवाएं गए है।

बैठक में जिला कलक्टर श्री गौरव गोंयल ने बताया कि हृदय योजना में कुल 40.40 करोड़ रूपए अनुमोदित है जिसके अंतर्गत पांच कार्य करवाएं जाएगें। इसमें अजमेर शहर में नया बाजार हैरिटेज वाॅक पर 3.65 करोड़ रूपए, नया बाजार में भूमिगत विद्युत केबल कार्य के लिए 1.25 करोड़ रूपए तथा हैरिटेज स्ट्र्ीट लाईट कार्य पर 59 लाख रूपए स्वीकृत किए हैं। इसी प्रकार जयपुर रोड़ अपग्रेडेशन कार्य पर 3.54 करोड़ रूपए, सुभाष उद्यान के विकास पर 8.63 करोड़ रूपए, आना सागर झील एवं फाय सागर झील के अपग्रेडेशन पर 16.96 करोड़ तथा पुष्कर हैरिटेज वाॅक वे पर 6.16 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविन्द सेंगवा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।




जिले के 220 राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थी पढ़ेगे स्मार्ट क्लास से

स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ाएंगे स्मार्ट टीचर

सैन्ट्रल गल्र्स स्कूल और सिलोरा में शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में

अजमेर, 23 जुलाई। जिले के 220 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से अध्यापन करवाया जाएगा। इसका पायलट प्रोजेक्ट अजमेर के सैन्ट्रल गल्र्स स्कूल तथा सिलोरा के विद्यालय में आरम्भ किया जाएगा। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग तथा मोईनी फाउंडेशन की बैठक में यह निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों के बच्चों को आधुनिक तरीकों से अध्यापन करवाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए स्मार्ट क्लास के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। इसके प्रथम चरण में जिले के उन 220 राजकीय विद्यालयों को शामिल किया गया है जहां पूर्व में आईसीटी लैब स्थापित है। इनमें एक कक्षा कक्ष को स्मार्ट क्लास रूम बनाया जाएगा। इन विद्यालयों के शिक्षकों को स्मार्ट क्लास से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित कर स्मार्ट टीचर बनाया जाएगा। आईसीटी लैब में स्थापित कम्प्यूटर के साथ एक-एक प्रोजेक्टर तथा अध्यापन सामग्री के सोफ्टवेयर उपलब्ध रहेंगे। स्मार्ट क्लास आरम्भ होने के पश्चात विषय अध्यापक के नहीं होने पर भी विशेषज्ञों द्वारा प्रोजेक्टर पर अध्यापन करवाया जा सकेगा। इससे अध्यापकों की कमी वाले विद्यालय में भी अध्यापन बाधित नहीं होगा।

उन्होंने बताया कि इसके तहत छात्रों को कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर रूचि पूर्ण तरीके से सिखाया जाएगा। विषय के साथ खेलने का आत्मविश्वास विकसीत करने के लिए क्विज एकेडमी पर आधारित प्रश्नों को हल करवाया जाएगा। राजस्थान शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर आॅडियो, विडियो, एनिमेशन तथा प्रयोगों द्वारा सरल हिन्दी भाषा में सुरूचिपूर्ण अध्यापन करवाया जाएगा। उन्होने बताया कि स्मार्ट क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों में स्वअध्ययन की प्रवृति को बढ़ावा मिलेगा। इसमें प्रत्येक विद्यालय एवं विद्यार्थी को अलग-अलग पासवर्ड जारी किए जाएंगे। इससे जिला स्तर पर अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए पाठ तथा विद्यार्थी द्वारा किए गए कार्य की माॅनिटरिंग आसन रहेगी।

इस अवसर पर ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर अबु सूफियान चैहान , अजमेर उपखण्ड अधिकारी जय प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार गहलोत, दीपक जौहरी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा, उद्यमिता विकास संस्थान के निदेशक प्रो. बी.पी.सारस्वत, मोईनी फाउंडेशन के अरविंद थानवी, मनीष शर्मा एवं भामाशाह उपस्थित थे।

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