शुक्रवार, 13 मई 2016

जैसलमेर, ग्रामीणजन पावन जल के अभियान में बढ - चढकर हिस्सा लें - प्रभारी मंत्री श्री चैधरी


जैसलमेर,जिले के प्रभारी मंत्री चौधरी ने पोहडा में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में नवनिर्मित वर्षा जल संग्रहण स्त्रोत का किया लोकार्पण

जैसलमेर, ग्रामीणजन पावन जल के अभियान में बढ - चढकर हिस्सा लें - प्रभारी मंत्री श्री चैधरी


जैसलमेर, 13 मई/जिले के प्रभारी मंत्री एवं राजस्व, उपनिवेषन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अमराराम चैधरी ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत बरमसर के गांव पोहडा में आईडब्ल्यूएमपी योजना में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत 9 लाख 80 हजार रुपये लागत से नवनिर्मित वर्षा जल संग्रहण (वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर) लोकार्पण पटिटका का अनावरण कर विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा , मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, अधीक्षण अभियंता वाटर शेड भागीरथ विष्नोई, समाजसेवी स्वरुप सिंह राठौड, कवंराज सिंह चैहान, सुजान सिंह हडडा, अचलाराम जाट, भीमसिंह , सरंपच बरमसर श्री कुसुम कंवर के साथ ही ग्रामीण जन उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री चैधरी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदया के पावन जल सरंक्षण एंव संग्रहण के लिए संचालित मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के ड्रीम प्रोजेक्ट को सभी के सहयोग से सफल बनाना है। उन्होने कहा कि भूजल का स्तर दिनोदिन गिरता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदया का सपना है कि हम इस अभियान के माध्यम से वर्षा जल के प्राचीन स़्त्रोतो के साथ ही एनीकट, तालाब, डेम, खडीन आदि को विकसित करके अधिक से अधिक वर्षा जल का संग्रहण करावे ताकि हम केवल भूजल पर निर्भर न होकर बरसाती जल का उपयोग करे। उन्होनें कार्यकारी एजेन्सी वाटर शेड द्वारा पोहडा में पहाडी के बीच में बनाए गए इस डेम की तारीफ की एवं कहा कि बरसात से पूर्व इसका निर्माण होने से मानसून पूर्व हुई बरसात से अच्छी मात्रा में पानी का संग्रहण हुआ है जो खुषी की बात है । उन्होंने कहा कि इस पानी के संग्रहण होेने से यहंा के पषुधन को पीने का पानी आसानी से सुलभ हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जल संग्रहण स्त्रोत विकसित होंगे तो भूजल का स्तर भी बढेगा वही मानव के साथ ही पषुधन के पीने के पानी की सुविधा मिलेगी वहीं अच्छी मात्रा में संग्रहित पानी से खेती भी की जा सकेगी।

प्रभारी मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे इस अभियान में बढ - चढकर हिस्सा ले एवं प्राचीन जल स्त्रोत में श्रमदान करके उसको विकसित करें वहीं उसकी सार सम्भाल भी रखे। उन्होंने जल के महत्व की सीख देते हुए कहा कि इस प्रकार से जल स्त्रोत विकसित होंगे तो आने वाले समय मंे यह जिला पानी के रुप में आत्मनिर्भर अवष्य ही बनेगा। उन्होंने इस स्ट्रेक्चर के कार्य को भी बारीकी से देखा । उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत चयनित क्षेत्र में किये गये कार्यो का भी अवलोकन किया।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को सफल बनाने में सभी का सहयोग जरुरी है। उन्होंने कहा कि हमें केवल सरकारी पेयजल व्यवस्था पर निर्भर न रहकर इस प्रकार के जल संग्रहण के स्त्रोतों को विकसित करना है। उन्हांेने कहा कि पोहडा में हुआ वाटर हार्वेस्टिंग का यह कार्य वास्तव में सराहनीय है एवं इसमें अच्छी मात्रा में संग्रहित हुए पानी से स्थानीय लोगो को बहुत बडी राहत मिली है।

अधीक्षण अभियंता वाटर शेड भागीरथ विष्नोई ने बताया कि इस वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर पर 9 लाख 80 हजार रुपये लागत आई है। उन्होंने बताया कि इसकी भराव क्षमता लगभग 15 लाख लीटर है। इस दौरान सरपंच कुसुम कंवर के साथ ही अन्य प्रबुद्ध जनों ने प्रभारी मंत्री एवं अन्य अतिथियों को हार्दिक स्वागत किया।

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