मंगलवार, 24 मई 2016

झालावाड़ न्याय आपके द्वार - सफलता की कहानी



झालावाड़ न्याय आपके द्वार - सफलता की कहानी
झालावाड़ जिले की पंचायत समिति खानपुर की ग्राम पंचायत दहीखेड़ा में आज 24 मई को राजस्व लोक अदालत का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत के जेठड़ी गांव के दो भाइयों हरिमोहन और सीताराम पिता अमरलाल जाति मीणा के शामलाती खाते में ग्राम दहीखेड़ा में खसरा नम्बर तीन की 14 बीघा 15 बिस्वा भूमि राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है दोनों भाइयों ने भूमि को मौके पर बांट रखा है पर उनमें मेड़ आदि को लेकर झगड़ा होता रहता है इस कारण पिछले दस साल से बोलचाल बन्द है। छोटे भाई सीताराम का नाबालिग पुत्र दीपक जिसकी उम्र 10 साल है तथा जो तीसरी कक्षा में पढता है आज अपने पिता तथा ताउ दोनों को जबरदस्ती राजस्व लोक अदालत में लेकर आया। शिविर में आकर दीपक ने अपने पिता तथा ताउ से कहा कि वे पटवारी से बात करें। तहसीलदार खानपुर ने उस बालक की बात सुनी तो उन सबको अपने पास बुलाकर उनका पूरा विवरण सुना। तहसीलदार को आश्चर्य हुआ कि कैसे एक नाबालिग बच्चा अपने घर के झगड़े को सुलझाने के लिये अपने पिता तथा ताउ को लेकर शिविर में लेकर आया है। दीपक ने तहसीलदार को बताया कि कुछ दिन पहले हमारे विद्यालय के अध्यापकों ने प्रार्थना सत्र में इस शिविर के बारे में बताया था तभी मैने ठान ली थी कि मैं भी अपने पिता और ताउ को लेकर शिविर में जाउंगा तथा राजीनामे से उनका झगड़ा समाप्त करवाउंगा।

तहसीलदार शिवदयाल ने जमाबंदी और नक्शा मंगवाकर कानूनगो और पटवारी को बंटवारे की रूपरेखा समझायी तथा बंटवारा प्रस्ताव तैयार करके लाने को कहा। पटवारी व कानूनगो ने मौके पर जाकर दोनों भाइयों के राजीनामे के आधार पर बंटवारा तैयार कर तहसीलदार के समक्ष पेश किया। राजस्व लोक अदालत द्वारा दोनों भाइयों का कृषि जोत बंटवारा किया गया। इस प्रकार दोनों भाइयों में पिछले दस साल से चला आ रहा विवाद समाप्त हो गया। उपखण्ड अधिकारी हनुमान सिंह गुर्जर ने दोनों भाइयों को राजीनामा करने के लिये माला पहनाई तथा उनके बंटवारे के आदेश सौंपे। दोनों भाइयों ने गले मिलकर एक दूसरे से पुरानी बातें भूलकर प्रेम से रहने का अनुरोध किया। उपखण्ड अधिकारी ने बालक दीपक को भी माला पहनाकर उसकी तारीफ की।

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