मंगलवार, 24 मई 2016

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली


चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पेयजल समस्या कितनी विकराल हे की पाकिस्तान की सुरक्षा में सरहदी इलाको जुटे पाक  रेंजरों को स्वच्छ और मीठा पानी मय्यसर नहीं हैं ,ये रेंजर भारत पाक के बीच होने वाली बैठकों में जी भर कर आर ओ का मिनरल वाटर ऐसे पी जाते हैं जैसे वर्षो से प्यासे हो ,


चौंकिए नहीं यह हकीकत हैं ,भारतीय सीमा से सटे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पानी की को व्यवस्था नहीं हैं ,सरहदी गाँवो में सिंध के लोग आज भी परम्परागत बेरियो का पानी पीकर प्यास बुझाते हैं यह पानी सर्वाधिक दूषित होता हैं ,यही बेरियो का खारा और दूषित पानी पाक रेंजरों को चौकियों पर उपलब्ध कराया जाता हैं ,जबकि भारतीय सरहदी इलाको में सीमा सुरक्षा बल की हर अग्रीण चौकी पर जवानों के लिए मीठे और ठन्डे पानी की व्यवस्था के लिए आर ओ प्लांट स्थापित हैं ,

ऐसे में भारत पाकिस्तान के मध्य हर तीसरे माह होने वाली फ्लेग मीटिंग में पाकिस्तान की और से आने वाले रेंजर दल के सदस्य सबसे पहले पानी पर हमला बोलते हैं ,महज दस मिंट में भारत की और से लाये मीठे ठंडे पानी के केम्परो का पानी ख़त्म कर देते हैं ,कई मर्तबा सीमा सुरक्षा बल को अतिरिक्त केम्परो की व्यवस्था करनी होती हैं

सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया की हमारी सरहद पर जवानों के लिए समस्त सुविधाए उपलब्ध हैं ,पाक रेंजरों के लिए पाक सरकार पानी तक मय्यसर नहीं कराती ,ऐसे दृश्य भारत पाक मिटींगो में देखने को मिलते हैं ,पाक की और से आने वाल रेंजर्स का डेलिगेशन सबसे पहले ठंडे मीठे पानी पर टूट पड़ता हैं ,हर बार  की अतिरिक्त व्यवस्था करनी होती हैं ,पाक सीमा के चालीस किलोमीटर तक पेयजल की कोई व्यब्वस्था इनके लिए नहीं हैं ,सिवाय परंपरागत पेयजल बेरियो के ,पाक रेंजर भारत का ठंडा मीठा पानी पीकर धन्य हो जाए हैं ,

उलेखनीय हैं की भारत पाक पश्चिमी सरहद पर हर तीसरे माह फ्लेग और हर छठे माह डी जी स्तर की बैठक बारी बारी से भारत और पाक इलाको में होती रहती हैं ,

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