रविवार, 1 मई 2016

जोधपुर जोधपुर की इस बालिका वधु ने नकारा विवाह, पिता का घर छोड़ा



जोधपुर जोधपुर की इस बालिका वधु ने नकारा विवाह, पिता का घर छोड़ा
जोधपुर की इस बालिका वधु ने नकारा विवाह, पिता का घर छोड़ा

संभाग के बाड़मेर जिले के पचपदरा तहसील की एक बालिका वधु ने बाल विवाह की बेडियों से मुक्ति के लिए हौसला दिखाते हुए पिता के घर तक से नाता तोड़ दिया। बालिका ने मायके में गौने की गुपचुप तैयारियों और प्रताडऩाओं के बीच घर तक छोड़ दिया।

एेसे में सारथी ट्र्रस्ट की कृति भारती ने बाड़मेर जाकर कानूनी प्रक्रिया के बाद बालिका को सुरक्षित जोधपुर के बालिका गृह में पहुंचाया। जोधपुर में भी बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने के बाद बालिका गृह में रखा गया है। अब सारथी ट्रस्ट मासूम का बाल विवाह निरस्त करवाएगा।

बालिका गृह में हुए बयानों के अनुसार पचपदरा तहसील के भाण्डियावास गांव निवासी 17 वर्षीय सायरा (बदला हुआ नाम) का बाल विवाह पांच साल पहले 12 साल की उम्र में जोधपुर जिले के बिसलपुर गांव निवासी नरेश के साथ हुआ था। चार भाई-बहनों में तीसरे नम्बर की सायरा ने बाल विवाह के बाद परिजनों से बाल विवाह छुड़वाने के लिए कई बार कहा, मगर परिजन नहीं माने।

एनजीओ को चिट्ठी लिखी, घर छोड़ा

इस बीच नाबालिग सायरा को खुद के माता-पिता के विरोध के बावजूद किसी रिश्तेदार की शादी के साथ उसका गुपचुप गौना करवाने की जानकारी मिली। इस पर सायरा ने सारथी ट्रस्ट को बाल विवाह निरस्त करवाने के लिए चिट्ठी लिखी। उसने बताया कि उस पर ससुराल जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और उसकी पढ़ाई भी छुड़वा दी गई है।

उसने पुलिस से भी मदद की गुहार की, मगर किसी ने मदद नहीं की। सायरा को जल्दी ही गौना करने के अंदेशे और परिवार के व्यवहार से घबराहट के चलते बुधवार देर रात को किसी मोबाइल नंबर से कृति भारती को फ ोन कर पिता के घर से निकलने की जानकारी दे दी। इसके कुछ देर बाद ही जिस मोबाइल से सायरा ने फ ोन किया, वह भी मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।

बाड़मेर में बालिका गृह नहीं

बाड़मेर की बाल कल्याण समिति के अनुसार सारथी की कृति भारती के साथ बालिका वहां पेश हुई थी। उसने घर वालों के दबाव के कारण ससुराल भेजने की बात कही। बाड़मेर मे बालिका गृह नहीं है। उसे कृति भारती के साथ जोधपुर बालिका गृह भेज दिया गया।

हाई-वे से लाकर जोधपुर पहुंचाया

सारथी ट्रस्ट की कृति भारती ने बताया कि वे देर रात अलसुबह करीब 4 बजे उसके गांव पचपदरा पहुंचीं। घबराई हुई सायरा बाड़मेर हाईवे पर मिली। कृति ने सायरा को बाड़मेर बाल कल्याण समिति के सामने पेश कर कस्टडी हासिल की। वहीं कृति सायरा का रेस्क्यू कर बाड़मेर से खुद के साथ जोधपुर लेकर पहुंची।

काउंसलिंग की जाएगी

सायरा का रेस्क्यू करने के बाद अब बाल विवाह निरस्त के लिए न्यायालय में वाद दायर करेंगे। इस बीच उसके परिवार और ससुराल वालों की काउंसलिंग भी की जाएगी। सहमति से बाल विवाह निरस्त करवाने के भी प्रयास करेंगे। वरना परिवार और ससुराल वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

-कृति भारती, पुनर्वास मनोवैज्ञानिक एवं मैनेजिंग ट्रस्टी, सारथी ट्रस्ट जोधपुर

बालिका गृह भेजा है

बाड़मेर से बालिका कृति भारती के साथ दोपहर में पेश हुई थी। बयान लेने के बाद उसे बालिका गृह में भेज दिया गया।

-राजेन्द्र चावड़ा, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, जोधपुर

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