सोमवार, 2 मई 2016

बाड़मेर जिला कलक्टर ने ली दो बेटियां गोद



बाड़मेर जिला कलक्टर ने ली दो बेटियां गोद
-राज्य सरकार की अपनी बेटी योजना के तहत बाड़मेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की पहल

बाड़मेर, 02 मई। बाड़मेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सोमवार को राज्य सरकार की अपनी बेटी योजना के तहत पहल करते हुए दो बेटियांे को गोद लिया। इनको उच्च शिक्षा दिलाने के लिए समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की जाएगी।

जिला मुख्यालय पर सोमवार को जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सेड़वा निवासी नाजू कुमार पुत्री गोरधनराम एवं शनिदेव मंदिर के पास, गेहूं रोड़ बाड़मेर निवासी निर्मला पुत्री चनणाराम को गोद लिया। नाजू कुमारी रामाउमावि सेड़वा मंे अध्ययनरत है। उसने आठवीं कक्षा की परीक्षा दी है, जिसका परीक्षा परिणाम आना बाकी है। वहीं निर्मला रामावि रेल्वे कुआं-3 बाड़मेर मंे कक्षा 9 मंे अध्ययरत है। इसका परीक्षा परिणाम 67.67 फीसदी रहा है। गोद ली गई बालिकाआंे के परिजन मजदूरी करके परिवार का गुजारा चलाते है। इन बालिकाआंे को गोद लेने के साथ जिला कलक्टर सुधीर शर्मा एवं सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने इनको 11-11 हजार रूपए का चैक, ड्रेस, स्टेशनरी सौंपी। जिला कलक्टर शर्मा ने बालिकाआंे एवं उनके परिजनांे से कहा कि वे उनके मोबाइल नंबर ले, अगर किसी तरह की कोई दिक्कत आए तो निसंकोच उनसे सीधे बात करंे। उन्हांेने कहा कि वे मेहनत करके अध्ययन करने के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करें, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा। इस दौरान चिकित्सा विभाग के प्रतिनिधि विक्रमसिंह, भामाशाह नरेन्द्र सिंघल उपस्थित थे।

क्या है अपनी बेटी योजनाः राज्य सरकार ने प्रदेश में अपनी बेटी नाम से कुछ समय पूर्व योजना लागू की थी। इसके तहत जिला कलक्टरांे को दो बेटियांे को गोद लेने के निर्देश दिए गए थे। गोद ली गई बालिकाआंे के उच्च अध्ययन तक समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से किए जाने का प्रावधान रखा गया है।

बेटियां बोली वे बनेगी कलक्टर
बाड़मेर, 02 मई। बाड़मेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने अपनी बेटी योजना के तहत गोद ली गई बेटियांे से पूछा कि वे बड़े होकर क्या बनेगी। उनका लक्ष्य क्या है। इस पर उन्हांेने जबाव दिया कि वे बड़ी होकर कलक्टर बनेगी और इसके लिए पूरी मेहनत करेगी।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने गोद ली गई बेटियांे से उनकी शिक्षा, परिवार की स्थिति के साथ उनके प्रस्तावित लक्ष्य के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने सेड़वा निवासी नाजू कुमारी से पूछा कि वह क्या बनना चाहेगी, इस पर उसने तत्काल जबाव दिया कि कलक्टर बनना चाहेगी। जिला कलक्टर शर्मा ने उसका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि गुड। दूसरी बालिका निर्मला ने भी बताया कि वह आईएएस बनना चाहती है। उन्हांेने बालिकाआंे से कहा कि अच्छी मेहनत करें, उनको उच्च शिक्षा के लिए समुचित सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार की अपनी बेटी योजना के तहत इनको गोद लिया गया है। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। उन्हांेने बताया कि यह बालिकाएं जो भी लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है उसके लिए पूर्ण सहयोग किया जाएगा। इनको प्रति माह सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

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