शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2015

बाड़मेर विद्यालय में गूंजा -गांधीड़ो कामणगारो, मोभीड़ो हिन्द माता रो।



बाड़मेर विद्यालय में गूंजा -गांधीड़ो कामणगारो, मोभीड़ो हिन्द माता रो।
बाड़मेर स्टेषन रोड़ रा.उ.मा.वि. के छात्र-छात्राओं द्वारा विद्यालय के सांस्कृतिक प्रभारी दीपसिंह भाटी के निर्देषन में हारमोनियम की धुन पर मधुर स्वर में उक्त गान ’’गांधीड़ो कामणगारो, मोभीड़ो हिन्द माता रो’’ गाया गया तो एक बारगी समूचा विद्यालय गांधीमय हो गया ।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानामंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ति स्थानीय रा.उ.मा.वि.स्टेषन रोड़ बाड़मेर में धूमधाम से मनाई गई। संस्था प्रधान की ओर से श्रीमती प्रेमलता सुखानी ने गांधीजी और व्याख्याता रतनाराम चैधरी ने शास्त्रीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का श्रीगणेष किया। विद्यालय की छात्राओं द्वारा के नैतृत्व में सामुहिक रूप से सर्वधर्म प्रार्थना प्रस्तुत की गई। विद्यालय में अध्ययनरत श्री सत्यसांईं अंध मूक बधिर छात्रावास के दुष्टिबाधित छात्र जबरसिंह, खानमोहम्मद, कमरूदीन, वहियाखां, सुरेन्द्रकुमार, कु. धापू ने गांधीजी के जीवन चरित्र पर बेबाक उद्बोधन दिया। विद्यालय के बन्नाराम, प्रवीणकुमार, स्वरूपचंद, हरियों आदि ने गांधीजी और शास्त्रीजी पर कविता गीत भाषण के माध्यम से विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम में व्याख्याता तोगाराम चैधरी ने दोनों ही जयंति पुरूषों के जीवन से सम्बन्धित प्रेरक संस्मरण सुनाकर सत्य अहिंसा और चरित्र निर्माण की सीख दी। वहीं हिमताराम जांगिड़, श्रीमती मंजुबाला ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में गांधीजी का जीवन चरित्र और भी अधिक प्रासंगिक है। विद्यार्थी जीवन अनुषासन और स्वच्छता का पर्याय होता है। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढना चाहिये। इस मौके तनेराजसिंह राठौड़, किषोर कुमार जोषी, मनोहरलाल शर्मा, धर्माराम चैधरी, राजकुमार सिन्धी, श्रीमती प्रमिला जांगिड़, पवन चैधरी सहित समस्त ने गांधीजी और शास्त्रीजी की प्रतिमाओं पर पुष्प चढाए।

कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता दीपसिंह भाटी ने किया। समारोह के अन्त में समवेत स्वरों में विद्यार्थियों और षिक्षकों द्वारा रामधुन ’’रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम’’ से विद्यालय प्रांगण गूंज उठा।

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