शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2015

अलवर.खेत में हल चलाते समय फूटी जलधारा, गंगा को देखने उमडऩे लगे ग्रामीण

अलवर.खेत में हल चलाते समय फूटी जलधारा, गंगा को देखने उमडऩे लगे ग्रामीण

गांव पलखड़ी के एक खेत में गुरुवार को हल की ठोकर से जलधारा फूट पड़ी। गांव में आई गंगा को देखने मेला लग गया।
ग्रामीणों ने जलधारा के फूटने के स्थान पर खुदाई भी कराई, लेकिन संसाधनों के अभाव में गांव में गंगा के अविरल आगमन की आस अधूरी रह गई। अब ग्रामीण जेसीबी से खुदाई कराएंगे।
ग्रामीणों के अनुसार गांव निवासी बड्डन पुत्र बम्बू गुरुवार को ट्रैक्टर से खेत की जुताई कर रहा था। अचानक एक स्थान पर हल की ठोकर से जलधारा फूट पड़ी। ट्रैक्टर का पहिया भी जलधारा की गीली मिट्टी में धंस गया। धरती फटने की आशंका से घबराया बड्डन ट्रैक्टर छोड़ भाग निकला और ग्रामीणों को वाक्या बताया।
इस पर ग्रामीण खेत पर पहुंचे और दूसरे ट्रैक्टर की मदद से मिट्टी में धंसे बड्डन के ट्रैक्टर को खिंचवाया। ग्रामीणों के अनुसार ट्रैक्टर के निकलने पर फिर से उस स्थान पर पानी का निकलना शुरू हो गया, जिसे ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर बंद कराया।
बाद में फावड़े से उस स्थान की खुदाई कराई गई, जिसमें एक हाथ नीचे ही गीली मिट्टी निकलना शुरू हो गई। ग्रामीणों को उम्मीद है कि अवश्य यहां से कोई जलधारा गुजर रही है।
लगा रहे अलग-अलग कयास
खेत में जलधारा फूटने को लेकर ग्रामीण अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। कोई इसके नीचे से नदी का गुजरना मान रहा है। तो कोई इसे आस-पास के खेतों में चल रही सिंचाई का पानी मान रहा है।
ग्रामीणों ने आस-पास के क्षेत्र का भी मुआयना किया, लेकिन वहां जमीन के कठोर व सूखी होने से सिंचाई के पानी की बात उनके गले नहीं उतर रही। गांव में इसे लेकर कौतूहल का माहौल है।
भूजल स्तर काफी गहरा
गांव में आई गंगा को प्रकट करने के लिए ग्रामीण अब खेत में जेसीबी से खुदाई कराएंगे। ग्रामीणों के अनुसार गांव में भूमिगत जलस्तर तीन सौ से चार सौ फीट पर है। एेसे में हल की टक्कर से खेत में निकली जलधारा ने ग्रामीणों की उत्सुकता बढ़ा दी है।
अधीक्षण अभियंता भूजल विभाग जोधपुर एमके गुप्ता ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में कई झरने अण्डर ग्राउण्ड बहते हैं। जिस खेत में पानी निकला है, उसके आस-पास कहीं पानी इकट्ठा होगा। उसी की चैनल हल से फूट गई होगी। इससे ही मिट्टी गीली मिली है। इतनी कम गहराई पर पानी मिलने की कोई संभावना नहीं है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें