शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015

अलवर.अलवर जिला के एक दम्पति ने किया दावा, पाकिस्तान से आई गीता हमारी हंसीरा



अलवर.अलवर जिला के एक दम्पति ने किया दावा, पाकिस्तान से आई गीता हमारी हंसीरा


कराची से भारत लाई गई गीता को अलवर जिले के एक परिवार ने अपनी बेटी बताया है।

गोविन्दगढ़ के सैमलाखुर्द निवासी मोहम्मद खान हमीदी का कहना है कि गीता की हमउम्र उनकी छोटी बेटी हंसिरा 11 जून 2003 को गांव से लापता हो गई थी। गीता की तरह उनकी बेटी भी मूक बघिर थी। गीता और उनकी बेटी की सूरत बहुत हद तक मिलती है।

गीता को अपनी बेटी बताने वाला परिवार शुक्रवार को अलवर में चाइल्ड लाइन के जरिए जिला प्रशासन से मिला। इस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी बेटी की गुमशुदगी सहित अन्य तथ्यों से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल कर मामला सक्षम स्तर पर भेजने की बात कही।

2003 में हुई थी लापता

मोहम्मद खान हमीदी ने गुरुवार को एक समाचार पत्र में गीता की प्रकाशित फोटो को देखा तो उन्हें वह अपनी बेटी की तरह लगी। जब उन्होंने उस फोटो को गौर से देखा तो वह उनकी बड़ी बेटी से बहुत हद तक मिलता जुलता लगा।

इस पर वह अपनी छोटी बेटी का पुराना क्षत-विक्षत फोटो लेकर अलवर चाइल्ड लाइन पहुंचे। चाइल्ड लाइन के अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आई गीता उनकी बेटी है।

इस पर चाइल्ड लाइन के अधिकारियों ने कहा कि बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेज लेकर शुक्रवार को आओ। फोटो के आधार पर गीता को बेटी नहीं माना जा सकता।

11 जून 2003 को हुई लापता

हमीदी दम्पति ने बताया कि 11 जून 2003 को उनकी छोटी बेटी (गीता से मिलता जुलता चेहरा) अपने ताऊ के ट्रैक्टर के पीछे-पीछे खेत पर चली गई। जब उसे प्यास लगी तो वह इधर-उधर हो गई और उसके बाद मूक बधिर बेटी रास्ता भटक गई। जब वह नहीं मिली तो जांच पड़ताल की।

इस पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि एक लड़की को रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए देखा है। उन्होंने बताया कि जब वह स्टेशन पर भी नहीं मिली तो पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

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