मंगलवार, 1 सितंबर 2015

नागौर हमले के विरोध में नागौर आंशिक बंद

नागौर  हमले के विरोध में नागौर आंशिक बंद

शहर के व्यवसायी कमल रंगवाला पर जानलेवा हमले के विरोध में सोमवार को शहर के बाजार आंशिक रूप से बंद रहे। दोपहर तक बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर बाद धीरे-धीरे बाजार खुल गए।
दूसरी तरफ, एसपी गौरव श्रीवास्तव द्वारा गठित की गई चार टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिन भर दबिश देती रही। लेकिन कोई भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा।
शनिवार देर शाम को कमल रंगवाला का अपहरण व जानलेवा हमले के मामले में रखा गया बंद आंशिक रहा । कृषि मंडी में दिन भर कामकाज नहीं हुआ। बाजार में दोपहर तक दुकानें बंद रही। चाय की दुकानों, होटलों व मेडिकल स्टोर खुले रहे। इस दौरान शहर के व्यापारियों ने नेहरू पार्क में सभा की और सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
इस तरह की वारदात से जाता है गलत संदेश-मिर्धा
ज्ञापन देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में हरेन्द्र मिर्धा ने कहा कि समारोह में जाने के दौरान व्यवसायी का अपहरण कर हमला करना गलत बात है। इससे जनता में गलत संदेश जाता है। अगर चुनाव के दौरान कोई विवाद हुआ था तो उसे चुनाव तक ही रखना था। विवाद बढ़ाना ठीक बात नहीं। मिर्धा ने बताया कि प्रशासन ने व्यापारियों को आश्वस्त किया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सभापति कृपाराम सोंलकी ने कहा कि प्रशासन ने उनकी पूरी बात सुनी है।
व्यापारियों की मांग, मिले सुरक्षा
नेहरू पार्क में सभा के दौरान व्यापारियों ने मांग रखी कि उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए। इस तरह व्यवसायी का सरे आम अपहरण कर हमला किया जाएगा तो वे व्यापार कैसे करेंगे। व्यापारियों न हमले के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
एसपी ने किया आश्वस्त
कलक्टर को ज्ञापन देने के बाद मिर्धा, सभापति सहित अन्य लोगों ने एसपी गौरव श्रीवास्तव को भी ज्ञापन दिया। इस दौरान एसपी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। साथ ही व्यवसायी पर हमला करने के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
मिर्धा पहली बार गए ज्ञापन देने
किसी मामले को लेकर पूर्व मंत्री हरेन्द्र मिर्धा पहली बार ज्ञापन देने कलक्टर व एसपी के पाए गए हैं। जिले में कई बड़े विवादों के बावजूद मिर्धा ज्ञापन देने नहीं गए। ऐसे में इस मामले में मिर्धा द्वारा ज्ञापन देने जाना भी चर्चा का विषय बना।
आरोपियों की तलाश में जिले के बाहर भी पुलिस की दबिश
नागौर। व्यवसायी कमल रंगवाला का अपहरण कर जान से मारने के प्रयास में हाथ-पैर तोडऩे के मुख्य आरोपी नारायण सिंह भाटी सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने जिले के बाहर भी दबिश दी है। जायल व नागौर वृत पुलिस ने इस मामले को लेकर दिन भर कई गांवों में दबिश दी और चार से छह युवकों को हिरासत में लिया है।
वृताधिकारियों को भी लगाया
पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहती है। इसके चलते थानाधिकारियों की बनाई गई चार टीमों के अलावा वृताधिकारियों को भी इसमें लगाया गया है। इसी के चलते गांवों में टीमों द्वारा दबिश देने की कार्रवाई की जा रही है।
एसपी ने की दिन भर मॉनिटरिंग
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी गौरव श्रीवास्तव ने देर रात से ही दबिश का दौर शुरू करवा दिया। आरोपी के जिले के बाहर जाने की संभावना को देखते हुए कई जगहों पर दबिश दी गई। इस दौरान सभी अधिकारी एसपी की मॉनिटरिंग में रहे।
अन्य आरोपियों की पहचान के प्रयास जारी
रंगवाला का अपहरण करने के मामले में नारायण सिंह के साथ दो गाडिय़ों में सवार अन्य पांच-सात जनों की पहचान के लिए पुलिस मुखबिरी कर रही है। कई लोगो से इस बारे में पूछताछ भी की गई है। लेकिन फिलहाल कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
घटना स्थल का फिर किया मौका मुआयना
कोतवाली पुलिस ने सोमवार को भी घटना स्थल का मौका मुआयना किया है। वहां से पुलिस ने कुछ बरामदगी भी की है। लेकिन पुलिस ने यह तस्दीक नहीं किया कि उन्होंने हवाई फायर किए गोली का खोल बरामद किया या कुछ अन्य। फिलहाल पुलिस मामले में गोपनियता बरतते हुए आगे बढ़ रही है।
एसपी पांच घण्टे बैठे रहे कोतवाली
रंगवाला पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी के मामले को लेकर एसपी गौरव श्रीवास्तव पांच घण्टे तक कोतवाली में रहे और मुख्य आरोपी सहित अन्य नामजद किए आरोपियों की तलाशी के निर्देश दिए। इससे पहले एएसपी डॉ. प्यारेलाल शिवरान भी दिनभर कोतवाली में मौजूद रहे और गठित टीमों के संपर्क साधे रहे।
आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद
चार टीमों सहित अन्य पुलिस अधिकारी दबिश दे रहे हैं। चुरू, बीकानेर सहित कई जिलों में दबिश देकर पूछताछ की गई है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है।
गौरव श्रीवास्तव, एसपी, नागौर

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