गुरुवार, 2 जुलाई 2015

बाड़मेर। रोड़वेज की अव्यवस्था से यात्री परेशान , आम जनता में भारी रोष

बाड़मेर। रोड़वेज की अव्यवस्था से यात्री परेशान , आम जनता में भारी रोष

रिपोर्ट :- इंद्र बारुपाल / बाड़मेर 

बाड़मेर। जिला मुख्यालय बाड़मेर पर आमजनता की यातायात सुविधा हेतु बाड़मेर में सिणधरी चैराहा पर स्थित रोड़वेज नये बस स्टेण्ड के साथ ही शहर के बीचों बीच मध्य में स्थित तिलक बस स्टेण्ड पर भी यात्री सुविधा हेतु टिकट खिड़की व्यवस्था स्थापित थी। परन्तु रोड़वेज द्वारा यात्री सुविधा को बिलकुल ही अनदेखा कर उक्त टिकट खिड़की व्यवस्था को बिलकुल ही हटा दिया गया है। जिस कारण आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।



वर्तमान में तिलक बस स्टेण्ड मौके पर बिलकुल ही अनुपयोगी रुप में खाली पड़ा है। उक्त स्थान पर नगर परिषद बाड़मेर द्वारा प्रस्तावित निर्माण कार्य कब किया जायेगा, यह भी एक संचय की स्थिति है। तिलक बस स्टेण्ड पर गरीब वर्ग के बेरोजगार लोगों की लगभग 114 दूकानें बनी हुई है। यह निर्धन लोग उक्त स्थान पर रोड़वेज की टिकट खिड़की व्यवस्था पर आने वाले यात्रियो पर ही निर्भर होकर अपना जीवन निर्वाह कर रहे थे, परन्तु वर्तमान में उक्त स्थान पर टिकट खिड़की व्यवस्था बिलकुल ही हटाने से इनके सामने गुजारे हेतु रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। आम जनता की यातायात सुविधा के साथ इन गरीब लोगों के परिवार का भी भरण पोषण होकर उन्हें राहत मिल रही थी। नगर परिषद द्वारा उक्त स्थान पर काम्पलेक्स का निर्माण किया जाकर, उक्त काम्पलेक्स की दुकाने इन गरीब लोगों को मिलने की भी कोई गारटी नही है।

रोड़वेज प्रबंधन का कथन है कि तिलक बस स्टेण्ड से टिकट खिड़की व्यवस्था हटाने के पश्चात शहर के अन्दर यात्रियों की सुविधा हेतु अन्य स्थान पर टिकट खिड़की व्यवस्था की गई है।

परन्तु चैहटन मार्ग के यात्रियों की सुविधा हेतु रेलवे स्टेशन पर सब्जी मण्ड़ी के पास लगाई गई टिकट खिड़की पर टिकट देने वाला रोड़वेज का कोई कर्मचारी ही मौजुद नहीं होना पाया गया। यात्री उक्त टिकट खिड़की के चारों और खड़े होकर रोड़वेज बसों का इन्तजार करते रहते है। यात्रीगण रोड़वेज की अव्यवस्था से भंयकर परेशान हो रहे है। रोड़वेज की बसें यात्रियों को मुख्य शहर के अन्दर छोड़ने की बजाय शहर के बाहर स्थित नये बस स्टेण्ड पर छोड़ रही है जिस कारण यात्रियों को टेक्सी आदि से किराया देकर शहर के अन्दर आना पड़ रहा है। जिस कारण इस मंहगाई में यात्रियों पर किराये की दोहरी मार पड़ रही है।

उक्त व्यवस्था से लोग बहुत ही परेशान हो रहे थे। तथा रोड़वेज के नये बस स्टेण्ड तक पहंुचने के लिए अपनी यात्रा हेतु जितना किराया जानें वाले स्थान का लगता है, उससे भी अधिक दुगुना-चैगुना किराया टैक्सी आदि वाहन को देकर रोड़वेज के इतने दूर नये बस स्टेण्ट तक पहंुचकर अथवा मुख्य शहर के बहार स्थित चैराहों पर जाकर यात्रियों को बस में बैठना पड़ रहा है। रोड़वेज की उक्त अव्यवस्था से यात्रियों को मजबूरन अवैध वाहनों से यात्रा करनी पड़ रही है।

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