शुक्रवार, 31 जुलाई 2015

अलवर। चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों से परेशान लोगों ने निकाय चुनावों के बहिष्कार का किया ऐलान

अलवर। चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों से परेशान लोगों ने निकाय चुनावों के बहिष्कार का किया ऐलान


अलवर। शहर के कस्बे में आए दिन हो रही चैन स्नै​चिंग की वारदातों को रोकने में नाकाम साबित हो रही पुलिस के कामकाज से गुस्साए व्यापारियों ने 17 अगस्त को होने वाले निकाय चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। सीएलजी के सदस्यों ने सीएलजी के पद से इस्तिफा भी दिया।

boycott-of-local-body-election-in-alwar-by-annoying-people-21025

अलवर शहर के कस्बों में लगातार बाईक सवार बदमाशों द्वारा की जाने वाली चैन स्नैचिंग की वारदातों के चलते व्यापारियों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोश बना हुआ है। जिस कोे लेकर सामाजिक संगठन व कस्बे के व्यापारियों ने बैठक मे सीएलजी के सदस्यों ने सीएलजी के पद से इस्तिफा देने की घोषणा की व गुस्साए लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बैठक मे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को तीन दिन का समय दिया है। तीन दिन में गिरफ्तारी नही होेने पर निकाय चुनावों का बहिष्कार, अनिश्चितकालिन बाजार बंद करने व थाने के सामने धरना देने की चेतावनी दी।



गौरतलब है कि गत 22 जुलाई को भी दो बाईक सवार बदमाश युवकों ने एक महिला के चैन स्नैचर की वारदात की। जिस की सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस अभी तक बदमाशों को नही पकड़ पाई है। जिसके कारण बाईक सवार बदमाश युवकों के हौंसले बुलंद है।

प्रदेश में हो रही भारी बारिश से कई रेलगाड़ियां रद्द

प्रदेश में हो रही भारी बारिश से कई रेलगाड़ियां रद्द


जयपुर। प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते समदडी-भीलडी एवं बाडमेर-मुनाबाव रेल मार्गों पर गाड़ियों का रद्द होना जारी है।उत्तर-पश्चिम रेलवे के अनुसार जोधपुर मण्डल के समदडी-भीलडी एवं बाडमेर-मुनाबाव रेलखण्ड प्रभावित है और मिट्टी कटाव के चलते 9 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

nine-trains-cancelled-due-to-heavy-rainfall-in-rajasthan-31075

ये गाड़ियां रहेगी रद्द
1. गाड़ी संख्या 54831, जोधपुर-भीलड़ी सवारी गाड़ी दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

2. गाड़ी संख्या 54832, भीलड़ी- जोधपुर सवारी गाड़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

3. गाड़ी संख्या 54821, जोधपुर-भीलड़ी सवारी गाड़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

4. गाड़ी संख्या 54822, भीलड़ी-जोधपुर सवारी गाड़़ी दिनांक 01.08.15 एवं 02.08.15 को रद्द रहेगी।

5. गाड़ी संख्या 04885, बाडमेर-मुनाबाव स्पेशल रेलसेवा दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

6. गाड़ी संख्या 04886, मुनाबाव-बाडमेर स्पेशल रेलसेवा दिनांक 31.07.15 एवं 01.08.15 को रद्द रहेगी।

7. गाड़ी संख्या 22483, जोधपुर-गांधीधाम सु.फा. दिनांक 31.07.15 को रद्द रहेगी।

8. गाड़ी संख्या 22484, गांधीधाम-जोधपुर सु.फा. दिनांक 01.08.15 को रद्द रहेगी।

9. गाड़ी संख्या 14804, अहमदाबाद-भगत की कोठी एक्सप्रेस दिनांक 31.07.15 को रद्द रहेगी।

नागौर। भारी बारिश की चपेट में नागौर,परिषद बना मूक दर्शक

 नागौर। भारी बारिश की चपेट में नागौर,परिषद बना मूक दर्शक


नागौर। नागौर मे मानसून के दौरान नगर परिषद एवं प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं नजर नहीं आई। ऐसे में शहर के निचले इलाकों में गुरुवार को हुई दिनभर बारिश से जल भराव हो गया वहीं आमजन परेशान होते रहे और लोगों के घरों में पानी चला गया।



लेकिन इन सब के बावजूद नगर परिषद कहीं नजर नहीं आई। बारिश के कारण शहर के एक दर्जन से ज्यादा क्षेत्रों में पानी भर गया। हालात यह हो गए हैं कि पानी की निकासी नहीं हो रही थी। ऐसे में लगातार 14 घंटे तक आसमान से पानी बरसता रहा और परिषद मूक दर्शक बना रहा।



शहर के भीतरी इलाकों के लोग बुधवार देर रात से परेशान होते रहे। दोपहर बाद तो हालात ये हो गए कि निचले इलाकों में चार से पांच फीट तक पानी भर गया। लोगों को घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया। लोगों को घरों में ही कैद होने पर मजबूर होना पड़ा। परिषद प्रशासन के इंतजाम नाकाम साबित रहे।



शहर के गाजी खाड़ा, शिव बाड़ी, नकास गेट, किले की ढाल, पीर जदों का मोहल्ला, तथा बी.रोड, माही दरवाजा, लोहारपुरा, करणी कॉलोनी सहित अनेक क्षेत्रों में गुरुवार को तेज बारिश के कारण पानी भर गये है । इन इलाकों में हालात ऐसे हो गए कि पानी का स्तर चार से पांच फीट तक भर गया। बी रोड की दुकाने व आम रास्‍ता बंद है पानी के निकासी के लिए पम्‍प सैट 2 लगाऐ गए बारिश के बाद शहर के हालात सामने आ गए।

एक ओर आसमान से लगातार पानी बरसता रहा दूसरी ओर पानी की निकासी नहीं होने के कारण जल स्तर बढ़ता गया। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि प्री-मानसून की तैयारी के लिए अलग से तो कोई बजट नहीं आता है। परिषद अपने स्तर पर ही तैयारी करती है। दूसरी ओर आपदा प्रबंधन भी मानसून को लेकर कुछ खास तैयारी नहीं करती। ऐसे में शहर के निचले इलाकों में जल भराव की समस्या का भुगतान आखिर आमजन को ही करना पड़ता है।



आपको बता दें कि शहर नागौर में 2 बार बाढ़ आई और उससे जनता को काफी नुकसान हुआ। पहली बार 1975 में और दूसरी बार 1996 में। यहां 75 की बाढ़ का तो कुछ लोगों को पता है मगर 96 की बाढ़ यहां हर किसी के जहन में है। 1996 की बाढ़ सीधे तौर पर प्रशासनिक राजनीतिक उदासीनता का नतीजा रही और आज भी यहां वही हालात हैं।

पश्चिमी राजस्थान का गुजरात से संपर्क टूटा

पश्चिमी राजस्थान का गुजरात से संपर्क टूटा



बाड़मेर। राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में आई बाढ़ का कहर सवा सौ से पौने तीन सौ किमी दूर बाड़मेर-जैसलमेर जिलों पर भी व्यापक नजर आ रहा है। सांचौर में बाढ़ से बाड़मेर और जैसलमेर जिलों का गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से दोनों तरफ लोग बे-बस हो गए हैं। अमूल दूध, सब्जियां, फल,अनाज खाद्य सामग्री की सप्लाई लड़खड़ा गई हैं। बाड़मेर-बालोतरा में करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। उपचार के लिए धानेरा, डीसा, पालनपुर जाने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं। बाड़मेर से गुजरात महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चौपट हो रहा हैं।

flood-situation-in-western-parts-of-rajasthan-31074

दो दिन में सब्जियां हुई महंगी
राजस्थान के रेगिस्तान में लगातार हो रही बारिश के चलते बाड़मेर और जालोर में आम लोगो की जिंदगी पर पड़ने लगा है क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। करीब तीन सौ से अधिक ट्रक सांचौर गांधव पुल के पास फंसे हैं। पंजाब, हरियाणा से गुजरात को जोड़ने वाला मेगा हाइवे रामजी की गोल जाकर एनएच 15 को जोड़ रहा हैं। ट्रैफिक बंद होने से सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतारे लगी हैं। इस पानी का असर यह हो रहा है बाड़मेर जिले में सब्जियों के साथ ही खाने पीने का सामान मंहगा हो गया है आलम यह है कि पिछले दो दिनों में सब्जियों के भाव दुगने है।



स्पलायरों को हो रहा करोड़ों का नुकसान
बाड़मेर से बेंटोनाइट, मुल्तानी मिट्टी, लिग्नाइट, प्लास्टर ऑफ पेरिस समेत कई खनिजों की सप्लाई गुजरात, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में होती हैं। जिले भर से रोजाना करीब डेढ़ सौ से अधिक ट्रक रवाना होते हैंं। बीते दो दिनों से गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से खनिजों का कारोबार ठप हो गया है। गांधव पुल सांचौर में खनिजों से भरे सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। लगातार बारिश होने से खनिज पदार्थ भीगने से खराब होने का खतरा हैं, वहीं समय पर सप्लाई नहीं पहुंचने से उद्योगों का काम प्रभावित हो रहा हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रक मालिकों को उठाना पड़ रहा हैं।

वहीं पिछले चार दिन से मोर्चा संभाले हुए जालोर के जिला कलेकटर जीतेन्द्र सोनी का कहना है कि लगातार भारी बारिश के कारण नेशनल हाइवे नं.15 पिछले 5 दिनों बंद है। हाइवे पर काफी जगह है अब हमने हाइवे अथॉरिटी की टीमों को बुलाकर हाइवे पर बने पुलों की जांच शुरू करवा दी है और उम्मीद करते है की जल्द ही नेशनल हाइवे से आवागमन शुरू कर दिया जायेगा। फ़िलहाल हाइवे को ऐतिहात के तौर पर बंद किया गया है।

जालौर में बाढ़ का कहर,पानी में बहे बैंक के साढ़े तीन करोड़ रूपए

जालौर में बाढ़ का कहर,पानी में बहे बैंक के साढ़े तीन करोड़ रूपए



जयपुर। प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश यह बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत का सबब बन रही है। राजस्थान को सूखे प्रदेश का तमगा हासिल है, लेकिन इस बार इन्द्रदेव की मेहरबानी ने रेगिस्तान को पानी पानी कर दिया। प्रदेश के रेतीले इलाकें पश्चिमी राजस्थान में इस बार बरखा जमकर बरस रहे है। पूरे प्रदेश में आसमान से मूसलाधार बारिश हो रही है ।

100-crore-financial-loss-in-jalore-due-to-floods-approx-three-crore-of-bank-washed-in-water-30072

आसमान से बरसी बारिश ने रेगिस्तान को जलस्थान बना दिया। पानी के लिए त्राहि त्राहि करने वाले राजस्थान में इस बार ज़्यादा बारिश आफत बन गई है। आपदा प्रबंधन मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने विभाग की तारीफ़ करते हुए पीठ थपथपाई है। कटारिया ने कहा कि विभाग की सूझबूझ से आफत की बारिश में ज़्यादा जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।


सरकार का दावा है कि उन्होंने भारी बारिश की भविष्यवाणी से पहले ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 10 लाख और बाकी जिलों में बारिश से पहले ही आपदा प्रबंधन के लिए 3 लाख रूपए दिए गए थे। कभी आसमान की ओर टकटकी लगाकर बारिश का इंतजार करने वाली नज़रें इस बार बारिश के थमने का इंतज़ार कर रही हैं।



भीनमाल शहर मेँ आई बाढ़ से लगभग 100 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान नुकसान पर एक नजर:
कृ़षि मंडी में रखे अनाज जीरे,इसबगोल, ग्वार,अरण्डी, व अन्य अनाज की बोरियों में पानी भर जाने से लगभग 10 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।


flood in rajasthan,first india news

पानी में बह गए साढ़े तीन करोड़ रूपए
एचडीएफसी बैंक के तहखाने मे रखे साढ़े तीन करोड़ रुपए पानी में भीग गए। शहर में किराने की दुकान, अनाज की दुकानों व बड़े गोदामों में पानी भर जाने सारा सामान व कीमती सामान बह गया वहीं फर्नीचर की दुकान में पानी भर जाने से 50 करोड़ रुपए का नुकसना हुआ है।



4 दिनों से बिजली नहीं
भीषण बारिश से जालौर में पानी व बिजली की व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। बिजली के खंभे व तार टूटने की वजह से चार दिनों से लाईट नही है वहीं जानकारी मिली है कि बिजली की सुचारू व्यवस्था करने में महिनों लग जाएंगे।



सरकारी दफ्तरों में घुसा पानी,कागजात भीगे
सरकारी कार्यालयोँ, पुलिस अधिकारीयो के आवास व आॅफिस पानी मे जलमग्न है वहीं कीमती कागजात में पानी भर जाने की वजह से सारे रिकॉर्ड नष्ट हो गए है।


किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली डूबे
ग्रामीण क्षेत्र में भयंकर बाढ़ आने से किसानों के पशु व कच्चे मकान पानी के साथ बह गए। किसानों के करसी में काम आने वाले ट्रैक्टर ट्रॉली भी पानी के साथ बह गए। ग्रामीण क्षेत्रों दो दर्जन से ज्यादा सरकारी स्कूलें पानी से लबालब हो गई है वहीं सरकारी स्कूलो मेँ पानी भर जाने से स्कूलो की दीवारें टूटी, भारी बारिश के कारण किसानों की फसले पूरी तरह से बर्बाद हो चुकि है जिससे की लाखों के नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है। गांवों में रास्ते बंद हो चुके है और आज भी शहर में नदी नाले उफान पर है वहीं गांव वालों ने डर के मारे अपने आप को घरों में बंद कर लिया है।
बारिश का दौर जारी।



गांवो में अलर्ट
कोटा बेराज से साढे तीन लाख क्यूसेक पानी छोडने से करणपुर मण्डरायल में चम्बल नदी उफान पर है। जिला कलैक्टर विक्रम सिंह ने करणपुर मण्डरायल में चम्बल किनारे के गांवो का जायजा लेकर अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा भोजन तथा आवास की व्यवस्था रखने के निर्देष भी दिए है। जिला कलक्टर ने बताया कि कोटा-बैराज से साढे तीन लाख क्यूसेक पानी छोडा गया है। इससे करणपुर मण्डरायल के चम्बल नदी में पानी की अधिक आवक हो रही है। उन्होनें बताया कि अभी डेढ लाख क्युसेक पानी और आने की संभावना है। इस कारण चम्बल किनारे के गांवो के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिला कलेक्टर ने बताया कि करणपुर क्षेत्र के टोडा दर्रा मल्लाहपुरा गांव के ग्रामीणो के प्रभावित होने की आशंका है।



माउंट आबू में हाल बेहाल
जहां पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है वहीं राजस्थान के पर्वतीय नगरी परेशानी के दौर से गुजरी रही है। माउंट आबू में लगातार हो रही बारिश से पुरे प्रदेश और देश से सम्पर्क कट चुका है। जहां बिजली व्यवस्था पुर्ण रूप से बाधित है तो वहीं मोबाईल सेवा भी बंद पडी है। माउंट आबू और आबूरोड़ मार्ग भी जगह जगह से टूट चुका है जिससे यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो रहा है। सड़क के टूटने की बात करें तो आरणा के पास भूस्खलन के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट चुकी हैं।