बुधवार, 13 मई 2015

जालोरकवरेज करने गए मीडियाकर्मियों के खिलाफ भी राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाने की दी धमकी


जालोरकवरेज करने गए मीडियाकर्मियों के खिलाफ भी राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाने की दी धमकी

जालोर | आहोर  तेजगर्मी के दौरान पानी नहीं आने की शिकायत को लेकर महिलाओं को शर्मसार होने के साथ अपने हक के लिए आवाज उठाने पर तहसीलदार की तानाशाही का शिकार होना पड़ा। इतना ही नहीं प्रदर्शन का कवरेज करने गए प्रिंट तथा इलेक्ट्रानिक मीडियाकर्मियों को भी तहसीलदार ने राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी दे डाली। मंगलवार दोपहर वार्ड नंबर एक, तीन और चार की महिलाओं ने क्षेत्र में पिछले पंद्रह दिनों से पानी नहीं आने पर इसकी शिकायत करने के लिए एसडीएम कार्यालय के बाहर विरोध जताते हुए मटके फोड़ कर प्रदर्शन किया। इसके बाद महिलाओं ने तहसीलदार को एसडीएम के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि मेघवालों के वास, भीलों का वास एवं हरिजनों के मोहल्ले में जलापूर्ति नहीं हो रही हैं। इसको लेकर मोहल्लेवासियों ने पीएचईडी के सहायक अभियंता को सैकड़ों बार लिखित मौखिक शिकायत की मगर समाधान नहीं हो रहा था। महिलाओं ने ने बताया कि हमारे मोहल्ले में 15 दिन में एक बार जलापूर्ति की जाती हैं वो भी इतने कम प्रेशर के साथ होती हैं,जिससे आधे घरो तक भी पानी नहीं पहुंच पाता। मजबूरन गरीब आदमियों को 300 रुपए देकर टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा हैं। जलदाय विभाग के चक्कर पर चक्कर लगाने के बावजूद अधिकारियों की ओर से सुनवाई नहीं की जाती। इसपर मंगलवार को मोहल्ले की महिलाएं एकत्रित होकर अपनी गुहार प्रशासन को सुनाने गई। जहां तहसीलदार जलदाय विभाग के एईएन ने हमारी शिकायत सुनने के बजाय हमें पुलिस को सौंपने की धमकी देकर वहां से भगा दिया।

एकघंटे तक एईएन का इंतजार करती रही महिलाएं

एसडीएमकार्यालय के बाहर पानी के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं से ज्ञापन लेने के बाद तहसीलदार ने जलदाय विभाग के सहायक अभियंता को मौके पर बुलाया। मगर तेज धूप में एक घंटे तक इंतजार करने के बाद सहायक अभियंता तहसील कार्यालय आए। इसके बाद तहसीलदार एईएन ने महिलाओं पत्रकारों को राजकार्य में बाधा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दे वहां से भगा दिया। ऐसे में न्याय की आस में आई महिलाओं को पानी की समस्या के समाधान की जगह उन्हें धमकी मिली। तहसीलदार एईएन की ओर से पानी मांगने पर पुलिस थाने में ले जाने की धमकी पर गरीब महिलाएं लाज शर्म के मारे वहां से बिना समाधान और आश्वासन के वहां से जाने में ही अपनी भलाई समझी।

तहसीलदार ने दर्ज करवाया मुकदमा

पानीके लिए प्रदर्शन के बाद एसडीएम के नाम दिए ज्ञापन में लिखे नाम के आधार पर तहसीलदार ने पुलिस में राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाया। आहोर थाना प्रभारी बाबूलाल ने बताया कि तहसीलदार शंकराराम गुजर ने एक पत्रकार ज्ञापन में लिखे नामों के आधार पर कुल 18 जनों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया है।

एसडीएमसे मिले मीडियाकर्मी

प्रदर्शनकी घटना को लेकर कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों के खिलाफ तहसीलदार की ओर से एफआईआर दर्ज करवाने की घटना को लेकर आहोर के पत्रकारों ने इसे प्रशासन की तानाशाही करार देते हुए तहसीलदार के बर्ताव पर कार्रवाई करने की मांग की। इसपर एसडीएम ने सीईओ से बात कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

^मैं एसडीएम से बात कर मामले की जानकारी लेता हूं। इसमें बुधवार को कार्रवाई करेंगे। -डॉ.जितेंद्रकुमार सोनी, कलेक्टर, जालोर

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