कोटा। मर्डर केस में घायल शूटर का कोटा में ऑपरेशन, पुलिस को भनक तक नहीं
कोटा। इंदौर में करीब दो महीने पहले हुई हाईप्रोफाइल मर्डर केस में घायल शूटर और पुलिस का वांटेड असलम नगदा कोटा में अपने पांव में लगी गोली का उपचार करवा चला गया लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. लेकिन इसके बाद शूटर इंदौर की अन्नपूर्णा थाने की पुलिस के हाथों दबोचा गया और तभी कोटा में चोरी-चुपके हुए इलाज का भंडाफोड़ हुआ. गिरफ्तार शूटर असलम ने कोटा के दो अस्पतालों में इलाज करवाया था, इंदौर पुलिस ने दोनों इन अस्पतालों से रिकॉर्ड जब्त कर लिया है.
यह था मामला:
फरवरी महीने की 24 तारीख को इंदौर के छत्रीपुरा के कुख्यात गैंगस्टर जीतू यादव की शाकिर चाचा व उसके गैंग ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. गैंगवार में शाकिर के शूटर असलम नागदा के दाएं पैर में गोली लगी थी. इसके बाद असलम को इंदौर से झालावाड़ होकर 26 फरवरी को कोटा लाया गया. यहां उसका टीटी हॉस्पिटल में गुपचुप तरीके से ऑपरेशन हो गया. इस पूरे घटनाक्रम में कोटा के छावनी निवासी हिस्ट्रीशीटर सलीम उर्फ साइकिल ने मदद की.
यह था मामला:
फरवरी महीने की 24 तारीख को इंदौर के छत्रीपुरा के कुख्यात गैंगस्टर जीतू यादव की शाकिर चाचा व उसके गैंग ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. गैंगवार में शाकिर के शूटर असलम नागदा के दाएं पैर में गोली लगी थी. इसके बाद असलम को इंदौर से झालावाड़ होकर 26 फरवरी को कोटा लाया गया. यहां उसका टीटी हॉस्पिटल में गुपचुप तरीके से ऑपरेशन हो गया. इस पूरे घटनाक्रम में कोटा के छावनी निवासी हिस्ट्रीशीटर सलीम उर्फ साइकिल ने मदद की.
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