मंगलवार, 19 मई 2015

श्रीगंगानगर एक करोड़ का गबन, चिटफंड कंपनी गायब



श्रीगंगानगर  एक करोड़ का गबन, चिटफंड कंपनी गायब 


छह वार्डों के सैकड़ों सफाई मजदूरों के करीब एक करोड़ से अधिक लेकर एक चिटफंड कंपनी गायब हो गई। इस कंपनी ने सुखाडि़या शॉपिंग सेंटर में अपना कार्यालय खोला लेकिन जमा राशि लौटाने के बजाय कार्यालय बंद कर संचालक रफूचक्कर हो गए। इस कंपनी के खिलाफ सोमवार शाम 50-60 लोगों ने जवाहरनगर थाने के सामने धरना लगाया, इस पर पुलिस हरकत में आई।

जवाहरनगर पुलिस ने सोमवार रात करीब दस बजे इस कंपनी के मैनेजर सहित दो जनों के खिलाफ ठगी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। गुरुनानक बस्ती वार्ड 45 के रामू पुत्र रामकुमार और वार्ड 44 रैगर बस्ती निवासी इन्द्राज पुत्र प्रभातीराम ने इसकी शिकायत की

थी। इसमें बताया गया है कि उसने विनर रॉयल मैनेजमेंट सर्विस नाम कंपनी को अलग-अलग तिथियों को धनराशि जमा करवाई। लेकिन रुपए वापस मांगने के लिए वह सुखाडि़या शॉपिंग सेंटर स्थित कंपनी के स्थानीय कार्यालय में पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। इस कंपनी का हैड ऑफिस बासवाड़ा की त्रिपुरा कॉलोनी में स्थित है। कंपनी के मैनेजर महियांवाली निवासी राकेश वर्मा और अग्रसेन नगर निवासी मोहनलाल शर्मा के माध्यम से धनराशि जमा करवाई है।

दिहाड़ी कर रुपए ठगों को सौंप दिए

इन वार्डों में अधिकांश दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार रहते हैं। इनमें सफाई मजदूर भी शामिल हैं। इन श्रमिकों ने अपनी रोजाना मजदूरी से कुछ बचत कर कंपनी के खाते में यह सोचकर जमा करवाई ताकि अगले छह महीने में यह राशि इतनी अधिक हो जाएगी।

जमा राशि को एफडी करने के कंपनी के कारिंदों ने मोटे ब्याज का सपना दिखा दिया। इसके बाद मजदूरों के परिवारों की महिलाओं ने दस हजार से पचास हजार रुपए तक की एफडी करवा दी। एफडी भी पांच साल के बजाय पांच महीने के लिए बनाई गई। बैंक से अधिक ब्याज और लाभांश के जाल में ये परिवार फंसे।

रोजाना 20 से 1000 रुपए जमा किए

इन दोनों परिवादियों के अलावा वार्ड 44,45,46,47,48 और 50 कुल छह वार्डों के 350 से 400 लोग भी इस कंपनी की ठगी के शिकार हुए हैं। इन लोगों को रोजाना 20 से लेकर 1000 रुपए प्रतिदिन जमा करवाकर मोटा ब्याज देने का लालच दिया गया। प्रत्येक खाताधारक की बकायदा पास बुक भी आंवटित की गई। इस पासबुक के माध्यम से कंपनी के सुखाडि़या शॉपिंग सेंटर में यह धन राशि जमा हुई। नियमित जमा कराने वाले खाताधारकों को तीस हजार, पचास हजार रुपए और एक लाख रुपए की अलग-अलग एफडी कराने पर अतिरिक्त ब्याज और लाभांश राशि देने के सब्जबाग दिखाए गए।

परिपक्वता राशि नहीं आने पर हंगामा

इस कंपनी के हैड ऑफिस से सोमवार को कई खाताधारकों के खाते परिपक्व होने पर राशि नहीं दी तो वहां हंगामा मच गया। वार्ड 47 के पार्षद पति कश्मीरी इंदौरा के नेतृत्व में खाताधारकों ने जवाहरनगर पुलिस से गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नहीं होने पर वहां धरना लगा दिया। देखते-देखते आसपास के वार्डों में यह सूचना पहुंची तो वहां लोग एकत्र होने लगे। पुलिस ने कंपनी के दो कार्मिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस के कार्रवाई शुरू करने पर लोगों ने थाने के आगे से धरना हटा लिया।

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