रविवार, 24 मई 2015

डांगावास मामले में डिप्टी एपीओ, एसएचओ सस्पेंड




डांगावास हत्याकांड प्रकरण में राज्य सरकार ने नागौर डीएसपी को एपीओ और मेड़ता एसएचओ को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद मेघवाल समाज और धरने पर बैठे लोग जवाहरलाल नेहरू अस्पताल से मृतक का शव उठाने को तैयार हुए।

बीते दिनों डांगावास हत्याकांड प्रकरण सुर्खियों में है। इसके घायलों का जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में उपचार जारी है। शनिवार को उपचार के दौरान गणपत की मौत हो गई। उसके शव को बिना पोस्टमार्टम के भेजने की भनक मिलते ही मेघवाल समाज और सामाजिक संगठनों के लोग मौके पर पहुंच गए।

वे नागौर पुलिस उप अधीक्षक और मेड़ता एसएचओ को निलंबित करने, मामले की सीबीआई से जांच की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। रविवार शाम तक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। रात्रि करीब 8 बजे राज्य सरकार ने हालात को देखते हुए कार्रवाई की। नागौर डीएसपी को एपीओ और मेड़ता एसएचओ को निलंबित कर दिया।

सीबीआई जांच की अनुशंषा

चौतरफा दबाव के बाद अजमेर रेंज के आईजी अमृत कलश ने डांगावास मामले की सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार को अनुशंषा भिजवा दी। अब राज्य सरकार इस अनुशंषा को केंद्रीय गृह मंत्रालय भेजेगी। वहां से मंजूरी मिलने के बाद मामले को सीबीआई के हवाले किया जाएगा।

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