गुरुवार, 14 मई 2015

सांसद देवजी पटेल ने की अशोक गजपति राजू से मुलाकात


सांसद देवजी पटेल ने की अशोक गजपति राजू से मुलाकात


मानपुर हवाई पट्टी को अन्तरराज्यीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित कर वायुयान सेवा शुरू करने की मांग की



जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल बुधवार को अशोक गजपति राजू केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर मानपुर आबूरोड़ हवाई पट्टी को अन्तराज्यीय हवाई अड्डा के रूप में विकसित कर वायुयान सेवा शुरू करने की मांग रखी।



मुलाकात कर सांसद पटेल ने बताया कि सिरोही जिले में माउंट आबू एवं शक्ति पीठ अम्बे माताजी के विश्व प्रसिद्व पर्यटन स्थल हैं। माउंट आबू राजस्थान की ग्रीष्मकालिन राजधानी हैं, जहां से राज्यभवन एवं सम्पूर्ण सचिवालय माउंट आबू से संचालित होता हैं। पर्यटन की दृष्टि से देखने लायक स्थल तथा वातावरण के अनुरूप घुमने लायक स्थल हैं। यहां प्राचीन काल केे भव्य बंगले व भवन बने हुए हंै। इस वर्ष 50 नये टूरिस्ट सर्किट व गतव्य स्थलों की सूची में माउंट आबू को सम्मिलित किया गया हंै। माउट आबू में केन्द्रिय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का आॅफिसर ट्रेनिंग सेंटर हंै। सेना की दृष्टि से भी यह स्थान महत्वपूर्ण हैं। यहाॅ प्रत्येक वर्ष लाखों देशी-विदेशाी पर्यटक आते हैं। ब्रह्माकुमारी समाज का विश्व मुख्यालय माउंट आबु है, जो दुनिया का मशहुर धार्मिक समुदाय हैं। माउंट आबू में वर्ष 2012 में 11386 विदेशी तथा 2302503 देशी पर्यटकों का आगमन हुआ हैं। इन पर्यटकों को हवाई सफर के लिए 228 किमी दूर जोधपुर या 231 किमी दूर अहमदाबाद जाना पडता हैं। सिरेाही जिले में जीरावल जैन मंदिर तीर्थ की श्रृंखला का अति प्राचीन मंदिर है, यह मंदिर जिले का मुख्य पर्यटन केन्द्र हैं। जैन धर्म में इस मंदिर का महत्वपूर्ण स्थान है। जालोर जिला केन्द्र से 71 किमी दूर स्थित भीनमाल नगर में निर्मित देश का प्रथम 72 जिनालय भव्य रूप में स्थित हंै। अब यह जैन धर्म अनुयाईयों का प्रमुख केन्द्र है, यहां वर्ष भर में लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री आते हैं। वहीं 100 किमी की दूरी पर पाली जिले में जैन धर्म का प्रमुख रानकपुर जैन मंदिर हैं, यहाॅ पुरे विश्व में फैले जैन धर्म के अनुयायी दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। गुजरात स्थित अम्बाजी माता मंदिर माँ शक्ति के 51 शक्तिपीठों में से एक प्रधान पीठ हंै। माना जाता है यह मंदिर 1200 वर्ष से अधिक प्राचीन हैं। आबूरोड़ से यह मात्र 20 किमी पर स्थित हैं। प्रतिवर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के दिन यहां बड़ा मेला लगता हैं। इस दिन देशभर से लगभग पाॅच से छः लाख की संख्या में भक्तगण यहां माँ की पूजा अर्चना हेतु आते हैं। यहां सात औद्योगिक क्षेत्र आबुरोड़, अम्बाजी, मंडार, स्वरूपगंज, शिवगंज, सिरोही और सिरोहीरोड़ हैं। बिनानी सिमेंट, लक्ष्मी सिमेंट, तिरूपति फाइबर, गुजरात केबल आदि 8 बड़ी 12 मध्यम 2982 लघु उघोग स्थापित हैं। 71 किमी की दूरी पर राजस्थान का ग्रेनाइट नगरी के रूप में प्रसिद्व जालोर जिला हैं। जिसमें जालोर, भीनमाल, सांचैर, रानीवाडा, सायला व आहोर सेटेलाइट शहर के रूप में विकसित है। जालोर का सबसे महत्वपूर्ण पहलु है, यहां ग्रेनाइट उद्योग 700 से अधिक इकाइयां हैं। शहर से ग्रेनाइट पत्थर विदेशों मेें निर्यात होता हंै। मार्बल और ग्रेनाइट पुरे विश्व में निर्यात होता हैं। पिछले तीन दशक में औद्योगिक मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना चुका हैं। भीनमाल शहर जूती उद्योग के लिए प्रसिद्व हंै। यहां की कलात्मक जूतियाॅ विदेशों में निर्यात की जाती हंै। दूसरी ओर तेजी से बढ़ते स्टील उद्योग ने सांचैर को विश्व मानचित्र में नई पहचान दी है। सांचैर शहर में दस बड़े युनिट के अलावा कई छोटी यूनिट हैं। 150 किमी की दूरी पर स्थित पाली जिला राजस्थान में कपड़ा उद्योग के लिए विश्वविख्यात हैं। यहां के लगभग 35 प्रतिशत लोग देश और विदेश में बसे हुए हैं, जो देश के प्रसिद्व उद्योगपतियांे मे शामिल हैं।

सांसद पटेल ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक राजू से पुरजोर मांग रखते हुए मानपुर आबुरोड हवाई पट्टी को अंतरराज्यीय हवाई अड्डा के रूप में विकसित कर वायुयान सेवा प्रारंभ करने की मांग की।

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