गुरुवार, 21 मई 2015

बाड़मेर डांगावास हत्याकांड को लेकर रोष, सीबीआई जांच की मांग



डांगावास हत्याकांड को लेकर रोष, सीबीआई जांच की मांग

-बाड़मेर जिला मुख्यालय पर विभिन्न संगठनांे ने डांगावास हत्याकांड की निंदा करते हुए मौन जुलूस निकालकर सीबीआई जांच की मांग की।

बाड़मेर, 21 मई। डांगावास हत्याकांड के विरोध मंे गुरूवार को बाड़मेर जिले के विभिन्न संगठनांे के बैनर तले जिला मुख्यालय पर मौन जुलूस निकालकर विरोध जताया गया।

जिला मुख्यालय पर राजस्थान मेघवाल परिषद, दलित अत्याचार निवारण समिति, षिक्षक संघ अम्बेडकर समेत विभिन्न संगठनांे ने डांगावास हत्याकांड की निंदा करते हुए मौन जुलूस निकालकर विरोध जताया। मौन जुलूस से पहले महावीर पार्क मंे आयोजित सभा मंे संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल ने कहा कि डांगावास हत्याकांड मानव इतिहास की सबसे क्रूर घटना है। इस हत्याकांड के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से आरोपियांे के हौंसले बुलंद है। उन्हांेने इस हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने गृह मंत्री के बयान की निंदा करते हुए इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच करवाने एवं पीड़ित पक्ष को राहत तथा न्याय दिलाने की बात कही। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने इस हत्याकांड के आरोपियांे के खिलाफ कार्यवाही के लिए आंदोलन जारी रखने एवं भविष्य में भी इस तरह के घटनाक्रम नहीं होने इसके लिए दलित समाज की एकजुटता की जरूरत जताई। इस दौरान राजस्थान मेघवाल परिषद जिला षाखा बाड़मेर के जिलाध्यक्ष मूलाराम मेघवाल ने इस हत्याकांड पर रोष जताते हुए इसकी निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराने की मांग की।

इस दौरान लक्ष्मण वडेरा ने इस हत्याकांड को राज्य सरकार एवं प्रषासन की नाकामी करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार की संवेदनहीनता का परिचायक है कि अभी तक पीड़ित पक्ष को राहत नहीं मिल पाई है। वहीं आरोपी खुले आम घूम रहे है। भोजाराम मंगल ने कहा कि न्याय के लिए वृहद स्तर पर आंदोलन जारी रखना होगा। उन्हांेने इस हत्याकांड की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे घटनाक्रम को रोकने के लिए दलित समाज एवं इनके जन प्रतिनिधियांे को संगठित होना होगा।

सभा को रामचन्द्र गढ़वीर, भूराराम भील, वीराराम भूरटिया, मोहन कुर्डिया, जयरामदास जुड़िया, नवल किषोर लीलावत, डा.बी.एल.मंसूरिया, गणेषराज मेघवाल समेत कई गणमान्य नागरिकांे ने संबोधित किया। इस दौरान डा.राहुल बामनिया, नरेष धनदे, तिलाराम पन्नू, उप प्रधान कुटलाराम, संतोष जयपाल, सुरेष जोगेष, सुरेष जाटोल, जोगराज समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभा के उपरांत मौन जुलूस के साथ0 मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन मंे बताया कि इस हत्याकांड के एक सप्ताह बाद भी आरोपियांे के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से दलित समाज मंे रोष व्याप्त है। ज्ञापन मंे इस मामले की निष्पक्ष सीबीआई से जांच करवाने, सभी आरोपियांे को तुरंत गिरफतार करने, पीड़ित परिवारांे को 25-25 लाख रूपए की आर्थिक सहायता एवं एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने, वहां कार्यरत सभी पुलिस कर्मियांे को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की गई है। इसी तरह स्थानीय पुलिस एवं प्रषासन की जानकारी मंे होने के उपरांत भी सामूहिक नरसंहार जैसा घटनाक्रम होने के कारण इसकी सीबीआई से जांच कराकर संबंधित अधिकारियांे एवं कार्मिकांे को 120 बी के तहत आरोपी बनाने की मांग की गई है।

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