रविवार, 17 मई 2015

राजसमंद बिना तैयारी पहुंचे सीईओ-बीडीओ, बैठक से निकाला



राजसमंद बिना तैयारी पहुंचे सीईओ-बीडीओ, बैठक से निकाला


आधी-अधूरी तैयारी के साथ बैठक में आना जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सात ब्लॉक विकास अधिकारियों (बीडीओ) को भारी पड़ा। महात्मा गांधी नरेगा कार्यों का सही जवाब नहीं देने पर प्रमुख शासन सचिव श्रीमत पांडे ने नाराजगी जताई। उन्होंने जिला परिषद के सीईओ बीएल स्वर्णकार के साथ जिले से सातों विकास अधिकारियों से तल्ख स्वर में कहा आपकी तैयारी पूरी नहीं है।

अब जाओ पहले तैयारी करके आओ, तब तक हम अन्य विभागों के कार्यों की समीक्षा करेंगे। करीब आधे घंटे तक अन्य कक्ष में सीईओ के साथ सभी विकास अधिकारियों ने चर्चा की और वापस बैठक में शामिल हुए।

जिले में ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा बैठक शनिवार को पंचायतीराज मंत्री सुरेंद्र गोयल, जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी की मौजूदगी में हुई। सीईओ स्वर्णकार ने जैसे ही विकास कार्यों का प्रजेंटेशन शुरू किया, तो मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा में श्रमिकों की क्या स्थिति है, तो सीईओ हड़बड़ा गए। निदेशक राजीव ठाकुर ने पूछा महात्मा गांधी नरेगा में प्रशासनिक खर्च कितना हो रहा है। सीईओ बोले 5 फीसदी।

बहाने मत बनाओ

सिंचाई विभाग की ओर से खमनोर पंचायत समिति से मस्टररोल जारी नहीं होने की शिकायत पर सीईओ बोले साहब खमनोर में तो न बीडीओ है न ही पीओ व बाबू। इस पर पांडे बोले बहाने मत बनाओ। किसी के पास तो चार्ज होगा। सीईओ ने बताया खंड शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र गुर्जर के पास खमनोर बीडीओ का चार्ज है। महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त रोहित कुमार ने शैलेंद्र को मस्टररोल जारी नहीं करने पर फटकार लगाते हुए चेताया कि आपको तो चार्जशीट मिलनी चाहिए। ये किस तरह काम कर रहे हो।

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