बुधवार, 20 मई 2015

जोधपुर जेएनवीयू शिक्षक भर्ती मामला: फर्जीवाड़े से लेक्चरर बनीं फिरदौस बर्खास्त



जोधपुर  जेएनवीयू शिक्षक भर्ती मामला: फर्जीवाड़े से लेक्चरर बनीं फिरदौस बर्खास्त


जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने हाईकोर्ट के आदेश की अनुपालना में दो वर्ष पहले नियुक्त गणित एवं सांख्यिकी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फिरदौस अंसारी के 13 फरवरी 2013 को जारी नियुक्ति आदेश को निरस्त करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। उल्लेखनीय है कि 15 मई को हाईकोर्ट ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फिरदौस अंसारी की नियुक्ति को निरस्त कर दिया था।

कोर्ट ने फिरदौस की नियुक्ति को यूजीसी रेगुलेशन -2010 के तहत नहीं माना था। कोर्ट ने यूजीसी के रेगुलेशन-2010 को सर्वोपरि बताया और विश्वविद्यालय द्वारा दी गई गैरकानूनी छूट को विधि विरुद्ध ठहराया था।

गणित एवं सांख्यिकी विभाग में अन्य पिछड़ा वर्ग में चयनित फिरदौस अंसारी के पास नेट अथवा स्लेट की योग्यता नहीं थी। साथ ही फिरदौस के पास, जो पीएचडी थी वह यूजीसी रेगुलेशन-2009 के तहत नहीं थी, इसलिए कोर्ट ने उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया। विवि ने फिरदौस की बर्खास्तगी के आदेश राजभवन, मुख्यमंत्री सहित संबंधित विभागों को भेज दिया है।

आवेदन करने के लिए भी योग्य नहीं थी फिरदौस

भले ही फिरदौस की नियुक्ति निरस्त करने के पीछे उसकी योग्यता यूजीसी के रेगुलेशन के अनुसार नहीं होने को माना गया, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि फिरदौस अंसारी असिस्टेंट प्रोफेसर पद के आवेदन भरने के योग्य ही नहीं थी।

विवि के संशोधित अध्यादेश -317 के तहत भी फिरदौस आवेदन नहीं भर सकती थी। यानि फिरदौस के पास आवेदन की अंतिम तिथि तक पीएचडी की डिग्री ही नहीं थी। इसलिए उसका आवेदन स्क्रूटनी कमेटी को रद्द कर देना चाहिए था, लेकिन स्क्रूटनी कमेटी ने नियमों को ताक पर रखकर उसके आवेदन को निरस्त नहीं किया।

नाम- फिरदौस अंसारी, चयन हुआ - गणित एवं सांख्यिकी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर, आवेदन की अंतिम तिथि - 25 जनवरी 2012, फिरदौस की पीएचडी हुई - 5 अगस्त 2012, पीएचडी सर्टिफिकेट जारी हुआ - 29 अक्टूबर 2012



जेएनवीयू शिक्षक भर्ती के साक्षात्कार से पहले ही    चहेतों के लिए विवि ने बदले नियम खबर प्रकाशित कर इस भर्ती में होने वाले घोटाले का खुलासा कर दिया था।

जेएनवीयू शिक्षक संघर्ष समिति का इस भर्ती के विरोध में 890 दिन से धरना जारी है। समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश भाटी ने बताया कि मंगलवार को 15 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति प्रो. रामपाल सिंह से मिलकर फिरदौस को बर्खास्त करने की मांग की थी। इस मौके पर सुरेश नवल, हरीश, श्रवणराम, कैलाश विश्नोई सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

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