शनिवार, 9 मई 2015

संगरिया/हनुमानगढ़ इंजीनियर बेटे की मौत की खबर सुन मां ने कर लिया आत्मदाह

On hearing of her son's death was engineered by self-immolation

राजकीय कन्या स्कूल से प्रधानाध्यापिका के पद से रिटायर 85 साल की निर्मला चौधरी के जीवन में यूं को कई गम नहीं था, लेकिन उम्र के इस पड़ाव में वे अपने बेटे की मौत पर खुद को दिलासा ना दे सकीं।

घर के सभी लोग जयपुर के जलसंसाधन विभाग में तैनात उनके बेटे अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश काजला का शव लेने जयपुर रवाना हुए कि पीछे से उन्होंने अंदर से बंद करके खुद पर पूजा घर में रखा घी उड़ेल कर आग लगा ली।

यह लोमहर्षक घटना गुरुवार रात कस्बे के वार्ड 24 में स्थित जंभेश्वर मंदिर के सामने वाली गली में हुई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि मृतका के बड़े बेटे ओमप्रकाश काजला की लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर शाम जयपुर में मौत हो गई।

बड़े बेटे की मौत की बात सुनकर भावुक हुई मां ने छोटे बेटे से उसका अंतिम संस्कार संगरिया में करने की इच्छा जताई। इस पर परिजन रात में ही जयपुर के लिए रवाना हो गए। उधर बेटे के निधन के बाद मां इतनी भावुक हो गई और यह कदम उठा लिया।

पुलिस को घर से निर्मला का सुसाइड नोट मिला है जिसमें बड़े बेटे ओमप्रकाश के पास जाने की बात लिखी है।

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