बुधवार, 13 मई 2015

सिरोही जिले को नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने की रखी मांग

सांसद देवजी पटेल ने की रामकृपाल यादव से मुलाकात
सिरोही जिले को नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने की रखी मांग

नई दिल्ली, 13 मई 2015 बुधवार।


जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल बुधवार को राकृपाल यादव केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री से मुलाकात कर सिरोही जिले में नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने एवं बŸाीसा नाला सिंचाई परियोजना को शुरू करवाने की मांग रखी।
सांसद पटेल ने मुलाकात के दौरान बताया कि सिरोही में प्रतिवर्ष वर्षा के घटते स्तर के कारण जिले में भूजल स्त्रोतों के जल उत्पादन में कमी आ रही है। जल स्तर में कमी आने के कारण पेयजल की गुणवत्ता में भी गिरावत आ रही है। इन दिनों पड़ रही तेज गर्मी के चलते ताल-तलैया, नाडी व पोखर समेत सभी पेयजल स्त्रोत सुख जाने और जलदाय विभाग की ओर से नियमित पेयजल आपूर्ति नहीं करने से जिला मुख्यालय सहित क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पेयजल के लिए दूर-दूर भटकना पड़ रहा हैं। इसके अलावा पानी के अभाव में मवेशियों की हालत भी खास्ता होती जा रही हैं। सिरेाही जिला डार्क जोन एरिया में घोषित हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार भूजल पानी पीने योग्य नहीं हैं। पानी में टीडीएस की मात्रा 2400 से अधिक हैं। ऐसी स्थिति में पानी में फ्लोराइड व खारेपानी की अधिकता होने से ग्रामीणांे और शहरवासी को हलक तर करने के लिए दूर दराज के क्षेत्रों में पानी हेतु भटकना पड़ रहा हैं। लोग बूंद-बूदं पानी को तरस गए हैंै। सांसद पटेल ने बताया कि वर्षो से नर्मदा नीर का इंतजार कर रहे सिरोही जिले के लोगों को अतिशीघ्र नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाया जायें।
बत्तीसा नाला सिंचाई परियोजना को शीघ्र शुरू किया जायें - सांसद देवजी पटेल
जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने बुधवार को केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री राकृपाल यादव से मुलाकात कर सिरोही जिले में प्रस्तावित बŸाीसा नाला सिंचाई परियोजना को शुरू करवाने के संबंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सिरोही जिले की पेयजल और सिंचाई के लिए तहसील आबूरोड़ के ग्राम देलदर में बŸाीसा नाला बांध परियोजना प्रस्तावित हैं। इस परियोजना का प्रारम्भिक सर्वे कार्य किया गया, जिसके तहत परियोजना हेतु 659.53 मि.घ.फु. पानी उपलब्ध हंै, जिसमंे से 573.18 मि.घ.फु. पानी का उपयोग किया जा सकता हंै। किन्तु इस परियोजना के कूल डूब क्षैत्र 120.168 हैक्टर में से 75.898 हैक्टर भूमि वन विभाग की है तथा आदिवासी क्षैत्र में जाने वाली एक मात्र सड़क करीबन 5 कि.मी. डूब क्षैत्र में आती हैं। जिसमे 1200 हैक्टर क्षैत्र में ग्राम देलदर, भारजा इत्यादि गांवों हेतु 300 मि.घ.फु. पानी सिंचाई सुविधा एवं शेष 273 मि.घ.फु. जल का उपयोग आबूरोड तहसील के क्षैत्र में पेयजल हेतु उपयोग मे लाया जायंेगा। इस परियोजना के संबंध में वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु प्रस्ताव वन विभाग को प्रस्तुत किये जा चुके है। इसके अलावा हाईड्रोलाॅजी की गणना हेतु आंकडे आई.डी.एण्ड आर., जल संसाधन, जयपुर को भिजवाये जा चुके है तथा परियोजना का प्रशासनिक एवं वित्तीय तकमीना राशि 157.50 करोड़ का उच्चाधिकारियों को भिजवाया गया हंै। सांसद पटेल ने पुरजोर मांग करते हुए क्षेत्र में पेयजल की समस्या को ध्यान में रखते हुए बŸाीसा नाला सिंचाई परियोजना को शीघ्र शुरू करवाने की मांग रखी।

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