बुधवार, 8 अप्रैल 2015

बाड़मेर निजी विद्यालयो पर अंकुश क्यों नही साथ फीसदी तक फीस बढ़ाई हर साल प्रवेश षुल्क वसूल किताबो की दुकाने फिक्स

निजी विद्यालयो पर अंकुश क्यों नही साथ फीसदी तक फीस बढ़ाई हर साल प्रवेश षुल्क वसूल किताबो की दुकाने फिक्स

बाड़मेर अंग्रेजी माध्यम की स्कूल का नया सत्र आरम्भ होते ही अभिभावको को लुटने का काम शुरू हो गया।निजी विद्यालय प्रतिवर्ष साठ फीसदी तक फीस की बढ़ोतरी मनमाने तरिके से कर रहे हे वाही बुक्स और ड्रेस के लिए दुकाने फिक्स कर कमीशन बड़ी स्तर पर वसूल रहे हे।शिक्षा के अधिकार के नियमो को धज्जिया उदा रहे हे निजी विद्यालय।इधर हाई कुरी के स्पष्ट आदेश हे की तीन साल तक निजी विद्यालय फीस में बढ़ोतरी नहीं कर सकते इसके बावजूद फीस में भारी बढ़ोतरी की गयी।फीस के साथ इन विद्यालयो में छात्रो के प्रवेश शुल्क के नाम पर प्रतिवर्ष शुल्क वसूला जा रहा हे जो पूर्णत गलत हे।अभिभावक विरोध करे तो छात्र को विद्यालय से बाहर करने की धमकी दी जाती हे।जिला प्रशासन को एक टीम गठित कर कार्यवाही करनी चाहिए।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें