रविवार, 5 अप्रैल 2015

बाड़मेर संघ ने गोविन्द जी खत्री को दी श्रद्धान्जलि


बाड़मेर संघ ने गोविन्द जी खत्री को दी श्रद्धान्जलि  


05 अप्रेल 2015

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाड़मेर के वरिष्ठतम् कार्यकत्र्ताओं में से एक ‘श्री गोविन्द जी खत्री‘ के देहावसान पर संघ की ओर से आदर्श विद्या मंदिर, जोशियों के निचले वास में 4 अप्रेल 2015 की रात्रि 9 बजे सामुहिक श्रद्धान्जलि का कार्यक्रम रखा गया। इस श्रद्धान्जलि सभा में उनके निकटतम रहे कार्यकत्र्ताओं में से छत्तूमल जी, अम्बालाल जी, नैनूराम जी, अमृतलाल जी एवम् पुखराज जी गुप्ता ने उनके जीवन से संबंधित संस्मरण रखे। उन्होंने बताया आप बाल्यकाल से ही पढ़ाई में होनहार मेघावी थे। आपने दसवीं वाणिज्य में करने के बाद भी 1963 में इंजिनियरिंग की डिग्री में गोल्डमेडलिस्ट रहे। बरसों संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वाह करते हुए बाड़मेर में जिला कार्यवाह रहने के बाद गृहस्थ होने के बावजूद अलवर के जिला प्रचारक रहे तथा बाद में भी संघ के आनुसांगिक संगठनों में नेतृत्व किया। संघ की ओर से नागपुर में लगने वाला विशेष प्रशिक्षण शिविर ‘तृतीय वर्ष‘ जिसमें सम्पूर्ण भारत के चयनित कार्यकत्र्ता भाग लेते हैं उनमें से वे पूरे वर्ग में शारीरिक, बौद्धिक में तृतीय स्थान पर रहे अर्थात् शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक रुप से योग्य एवम् सक्षम थे। संगीत एवम् विभिन्न वाद्यों पर भी पूरा अधिकार था। आपात्काल के दौरान उन्होंने जेल में रहकर भी संघ का कार्य निरन्तर जारी रखा। और जीवन के अंतिम क्षणों तक संघ का कार्य करते रहे। उनके कुछ निकटवर्ती स्वयंसेवकों के द्वारा उनके जीवन की कुछ घटनाओं का स्मरण कराने पर कई कार्यकत्र्ता भाव-विभोर हुए।

बाड़मेर के सभी कार्यकत्र्ता संघ में दिये गये उनके अविस्मरणीय समय एवं योगदान को सदैव याद रखेंगे एवं उनके कार्यो से प्रेरणा लेंगे।

कार्यक्रम में संघ के बाड़मेर विभाग प्रचारक बाबुलाल जी, जिला संघचालक श्री पुखराज गुप्ता, दिलीप जी सिंधी, नारायण जी खत्री, मुकेश जी लखारा, अरविन्द जी तापड़िया, दशरथ जी शारदा, प्रदीप जी कौशिक समेत संघ के सभी कार्यकत्र्ता सम्मिलित रहे।

इसी के साथ स्व. श्री गोविन्द जी खत्री के परिवार के सदस्य श्री जगदीश खत्री, एवं श्री अमृत लाल खत्री भी मौजूद रहे।

अंत में सभी स्वयंसेवकों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

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