मंगलवार, 7 अप्रैल 2015

बाड़मेर। भू-माफिया के खि‍लाफ कार्रवाई करने वाला अफसर सस्पेंड

बाड़मेर।  भू-माफिया के खि‍लाफ कार्रवाई करने वाला अफसर सस्पेंड
                
                  धर्मपाल जाट को एक अनियमितता के मामले में सस्पेंड किया गया है.



रिपोर्ट :- दिनेश बोहरा / बाड़मेर 

हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों ईमानदार आईएएस अफसर अशोक खेमका का तबादला किया. मामले को लेकर प्रदेश से लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की खूब भद पिटी, वहीं अब बीजेपी शासित राजस्थान में एक ईमानदार अधिकारी धर्मपाल जाट को सस्पेंड कर दिया गया है.



गौरतलब है कि राजस्थान के बाड़मेर में नगर परिषद आयुक्त के पद पर कार्यरत धर्मपाल जाट को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए जाना जाता है. उन्होंने एक सप्ताह तक रात भर कार्रवाई कर शहर में तीस-चालीस साल पुराने कई अतिक्रमण को मुक्त करवाया था. इस दौरान कई बीजेपी नेताओं और रसूखदार लोगों के भी अतिक्रमण को तोड़ा गया था. लेकिन कार्यभार संभालने के छह महीने बाद ही अब धर्मपाल जाट को सस्पेंड कर दिया गया है.







'फैसले पर विचार करे सरकार'
कांग्रेस नेता और पार्षद नरेश देव सारण कहते हैं, 'ईमानदार अधिकारी ने एक सप्ताह तक रात में तीस-चालीस साल पुराने अतिक्रमण को हटाकर शहर को साफ-सुथरा बना दिया था. लेकिन बीजेपी नेताओं को यह बात नहीं पची इसलिए अधिकारी को ससपेंड कर दिया. यह जनता के साथ धोखा है. सरकार को अपने इस फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए.



समाज सेवी राजेन्द्र सिंह भियाड़ का कहना है कि धर्मपाल जाट भी आईएएस अफसर अशोक खेमका की तरह ही नेताओं की भेट चढ़ गए हैं. वह कहते हैं, 'धर्मपाल जाट भू-माफिया की आखों को खटक रहे थे. जिस तरह धर्मपाल जाट ने सात दिन में पुराने अतिक्रमण को तोड़ा था कुछ लोगों को परेशानी होने लगी थी. लेकिन सरकार ने जिस तरह एक ईमानदार अफसर सस्पेंड किया है, कोई भी अफसर कार्रवाई करने से पहले हिचकेगा.'















कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें