मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

लंगूर की मौत पर जश्न, विधि विधान से किया अंतिम संस्कार

लंगूर की मौत पर जश्न, विधि विधान से किया अंतिम संस्कार


धौलपुर। कहा जाता है कि अकाल मृत्यु का शिकार होने वाले प्रति लोग शोक व्याप्त करते हैं चाहे मौत किसी इंसान की हो या किसी जानवर की। दरअसल धौलपुर शहर में बीती रात इसके विपरीत नज़ारा देखने को मिला है। जहां एक लंगूर की मौत के बाद लोगों ने खुशी का इज़हार करते हुए राहत की सांस ली और इस बेजुबान की मौत पर जश्न मनाया गया।

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धौलपुर शहर में कुछ महीनों से एक लंगूर का आतंक पर्याय बना हुआ था। जिसने शहर भर में 100 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना रखा था। जिसमें कई लोगों को उपचार के लिए इधर-उधर रैफर करना पड़ा था। दो माह पूर्व जब इस लंगूर का आतंक बढ़ा और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के धौलपुर दौरे के दौरान उनके निवास पर भी इसने आतंक मचाया था। इस लंगूर को पकड़ने के लिए सवाईमाधोपुर के वन विभाग से स्पेशल टीम धौलपुर पहुंची और टीम लंगूर को पकड़कर अपने साथ सवाईमाधोपुर ले गई, लेकिन वह लंगूर सवाईमाधोपुर से महज़ पंद्रह दिनों में वापस धौलपुर लौट आया। जहां उसने लोगों पर हमला करना फिर से शुरू कर दिया है। धौलपुर लौटने के बाद इस लंगूर ने सैंकड़ों लोगों को अपना शिकार बना लिया था। बीती रात अचानक विद्युत डीपी की चपेट में आ जाने से इस आतंकी लंगूर की मौत हो गई। इसकी मौत के बाद स्थानीय लोगों ने खुशी का जश्न मनाया।




इन लोगों का कहना है कि इस लंगूर के आतंक के कारण लोग अपने घर से नहीं निकल रहे थे और अपने घर की छत पर भी जाने में डरते थे। यहां के बच्चे तो अपने माता-पिता के साथ ही निकलते थे। लोग घरों से हाथ में डंडा लेकर निकलते थे। इसकी मौत के बाद अब यहां के लोग इस लंगूर का विधि विधान से अंतिम संस्कार करने के लिए कह रहे है।

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