गुरुवार, 23 अप्रैल 2015

उर्स की रौनक चढ़ी परवान, जुमे की नमाज कल

उर्स की रौनक चढ़ी परवान, जुमे की नमाज कल

urs fair is getting brighter, friday's prayer will be tomorrow

अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 803वें उर्स में शिरकत करने के लिए देश के कोने-कोने से मेहमान उमड़े हैं। शुक्रवार को उर्स के जुमे की नमाज होने के कारण गुरुवार को जायरीन की आवक में जबरदस्त तेजी आई है। इससे दरगाह क्षेत्र में रौनक परवान पर है। अकीदतमंद ट्रेन, बस, कार-जीप के जरिए यहां पहुंच रहे हंै। कई लोग जत्थे के रूप में पैदल चलकर भी आए हैं।
दरगाह स्थित महफिल खाने में गुरुवार को उर्स की चौथी महफिल सजेगी और आस्ताना शरीफ में गुस्ल की रस्म को अंजाम दिया जाएगा। दिन में सिर पर चादर फैलाए और गरीब नवाज की शान में नारे लगाते हुए अकीदतमंद दरगाह तक पहुंचते हुए नजर आए। इसी बीच दरगाह में पाकिस्तान और बांग्लादेश की भी हाजिरी लगी। जिस समय दरगाह में पाकिस्तान से आए जायरीन के जत्थे ने चादर पेश की, उसी दौरान बांग्लादेश आए सैकड़ों जायरीन भी दरगाह पहुंचे। उन्होंने भी कव्वालियों के साथ दरगाह में चादर चढ़ाई और अमन-चैन की दुआ की।
जायरीन की आवक में इजाफा होने से मेला क्षेत्र के महावीर सर्किल से लेकर गंज, देहलीगेट, धानमण्डी, दरगाह बाजार, नला बाजार, फूल गली, अंदरकोट, लंगरखाना गली, झालरा आदि क्षेत्र जायरीन से अट गए हैं। इन क्षेत्रों में दुकानों पर भी गरीब नवाज की शान में गूंजती कव्वालियां हर किसी को अपनी तरफ खींच रही है। दरगाह परिसर में भी हर कोई अपने-अपने तरीके से इबादत कर रहा है। कोई हाथ उठा कर तो कोई झोली फैला कर दुआ करता नजर आ रहा है। जायरीन एक-दूसरे की सेवा करके भी अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। कुछ संस्थाओं ने मुफ्त चिकित्सा शिविर लगा रखा है। कोई पानी पिलाकर तो कोई पंखा झल कर सेवा में जुटा है।

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