मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

मिलिए ‘बहादुर बेटी’ से, घरवाले करवा रहे थे बाल विवाह, डीएम को किया फोन



बाड़मेर के पड़ोसी जिल जालोर के चितलवाना के शिवपुरा गांव में 16 साल की सुगणा ने शादी से मना कर मिसाल पेश की है. रूढ़ीवादी परंपराओं और समाज से लड़कर सुगणा ने अपना बाल विवाह रूकवाया.
मिलिए
जालोर जिले के चितलवाना क्षेत्र के शिवपुरा गांव की रहने वाली सुगणा अभी नाबालिग है, इसलिए वह अभी शादी नहीं करना चाहती है. परिजन सुगणा की शादी करना चाहते थे.

सुगणा ने स्वंय समाज से लड़कर कलेक्टर को सूचना दी और मौके पर पहुंचे प्रशासन की मदद से अपना बाल विवाह रूकवाया गया. सुगणा ग्रामीण क्षेत्र में पली-बढ़ी है. शिक्षित परिवार नहीं होने के चलते चौथी कक्षा तक ही पढ़ पाई है लेकिन बाल विवाह का विरोध कर समाज को सुगणा ने एक बार फिर आइना जरूर दिखा दिया है.कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी सुनील के पंवार, एसडीएम रामदेव और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और सुगणा की इच्छा के अनुसार उसे संरक्षण में लेकर मामा के साथ रहने दिया जा रहा है.

प्रशासन के अधिकारी भी सुगणा के हौसले की सराहना कर रहे हैं. प्रशासन के अधिकारियों का कहना हैं कि अगर ऐसे ही बाल विवाह का लड़कियां विरोध कर प्रशासन को सूचना दें तो समाज में बाल विवाहों को रोकने में प्रशासन और भी सफल होगा.

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