गुरुवार, 12 मार्च 2015

बुक क्लब की स्थापना की जायें - सांसद देवजी पटेल



बुक क्लब की स्थापना की जायें - सांसद देवजी पटेल
नई दिल्ली 12 मार्च 2015 गुरूवार।

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने लोकसभा के बजट सत्र के दौरान बुक क्लब स्थापित करने का मुद्दा उठाया। सांसद पटेल ने मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी से प्रश्न करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत मनोगत करने के उद्देश्य से देश के सभी जिला में एवं विशेषकर राजस्थान में बुक क्लब गठित किया जायें। सांसद पटेल ने ध्यानाकर्षण करवाते हुए कहा कि रेलवे स्टेशनों और विमानपत्ननों पर हिन्दी सहित भारतीय भाषाओं में पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए पुस्तुक केन्द्र खोला जायें।

सांसद श्री पटेल के प्रश्न का उत्तर देते हुए श्रीमती स्मृति इरानी ने बताया कि छात्रों में पढ़ने की आदत का विकास करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्वायत्त संगठन राष्ट्रीय नुस्तक न्यास (एनबीटी) भारत ने देश भर के विभिन्न निजी और सरकारी स्कूलों में पाठक क्लब के रूप में पुस्तक क्लबों की स्थापना की हैं। आज तक 32 राज्यों/संघ राज्यों क्षेत्रों में 35,769 पाठक क्लबों की स्थापन की गई हैं, जिसमें राजस्थान के 1,451 क्लब शामिल हैं। श्रीमती इरानी ने बताया कि जन साधारण को अंग्रेजी, हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास प्रकाशन की व्यापक उपलब्धता के लिए दिल्ली के दो मेट्रो स्टेशनों पर पुस्तकों की दुकान पहले ही खोल दी गई हैं।

छात्रों की विज्ञान संकाय के प्रति अभिरूचि बढ़ाने हेतु विद्यालयों में आधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की जायें - सांसद देवजी पटेल

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने संसद में प्रशनकाल के दौरान छात्रों के विज्ञान संकाय के प्रति रूचि बढाने के विद्यालय में आधुनिकरण प्रयोगशाला की स्थापना करने का मुद्दा रखा। सांसद पटेल ने मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी से अतारांकित प्रश्न करते हुए बताया कि विज्ञान और गणित विषय में छात्रों की अभिरूचि निरन्तर कम होती जा रही हैं, इसलिए विज्ञान विषय के लिए विद्यालयों में आधुनिकरण प्रयोगशालाएं स्थापित की जायें।

सांसद देवजी पटेल के प्रश्न का जवाब देते हुए श्रीमती इरानी बताया कि यूडीआईएसई 20012-13 और 2013-14 के अनुसार देश में विज्ञान ब्रांच में छात्रों का नामांकन क्रमशः 40,39,698 से बढ़कर 54,21,039 हो गया हैं। श्रीमती इरानी बताया कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) में सभी क्रमोन्नत नये और मौजूदा सरकारी माध्यमिक स्कूलों को बेहतर बनाने के रूप में भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान एवं गणित की एकीकृत विज्ञान प्रयोगशाला उपकरणों की खरीद के लिए 1.00 लाख रूपए प्रति स्कूल को प्रदान किया जाता हैं। आज की तारीख तक 10,513 नये माध्यमिक स्कूलों के लिए विज्ञान प्रयोगशालाओं और मौजूदा माध्यमिक स्कूलों में 24,581 प्रयोगशालाओं का निर्माण अनुमोदित किया गया हैं।

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