शुक्रवार, 20 मार्च 2015

मंत्री जीतमल खांट और पूर्व मंत्री मालवीय में हुई जमकर नोकझोंक

मंत्री जीतमल खांट और पूर्व मंत्री मालवीय में हुई जमकर नोकझोंक


महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने लगाया आरोप, राजनीतिक आधार पर सरपंचों को बिना जांच निलंबित किया गया

— जीतमल खांट का आरोप, मालवीय के कार्यकाल में हुआ सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार

— दोनों ने कहा, यदि उनकी बात सच नहीं तो वे इस्तीफा दे देंगे

— गृह मंत्री कटारिया ने कहा, कानून के अनुसार हुई है सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई



जयपुर| विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सरपंचों को राजनीतिक आधार पर निलंबित करने के मुद्दे पर प्रश्नकाल में जमकर नोंकझोंक हुई। कांग्रेस विधायक और पूर्व पंचायतीराज मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने पूरक सवाल पूछते हुए राजनीतिक आधार पर बिना जांच सरपंचों को निलंबित करने का आरोप लगाया। इस पर जीएडी राज्य मंत्री जीतमल खांट ने मालवीय के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार पर आरोप लगाए। इस मामले में मालवीय और खांट के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला।

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दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे जो मुद्दा उठा रहे हैं यदि वह गलत हो और आरोप झूठे निकले तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं। हंगामे की शुरुआत निर्दलीय विधायक मनोज न्यांगली के सवाल के बाद हुई। इस पर हस्तक्षेप करते हुए गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जो भी उन्हें शिकायत मिली, उसे सक्षम अधिकारी से जांच करवाकर ही कार्रवाई की है। उन्होंने जो कार्रवाई की है वह कानून सम्मत तरीके से की है। इसके लिए सदन के सदस्यों कमेटी बनाकर जांच करा लेनी चाहिए। मनोज न्यांगली के सवाल के जवाब में पंचायतीराज मंत्री सुरेंद्र गोयल ने बताया कि प्रदेश भर से 261 सरपंचों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं।

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