बुधवार, 11 मार्च 2015

पाक बलों का एमक्यूएम मुख्यालय पर छापा, कराची में तनाव




कराची : पाकिस्तान सुरक्षा बल के जवानों ने बुधवार तड़के मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के मुख्यालय पर छापा मारा। छापे की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।




मालूम हो कि एमक्यूएम प्रमुख अल्ताफ हुसैन का आवास भी यहीं था। अल्ताफ वर्ष 1990 के दशक की शुरूआत में ही कराची छोड़कर चले गए थे और अब लंदन में ब्रितानी नागरिकता लेकर रह रहे हैं। रेंजर्स के कर्नल ताहिर ने मीडिया को बताया कि यह अभियान सुबह लगभग पांच बजे शुरू किया गया और लगभग दो घंटे तक चला।




उन्होंने कहा, ‘लगभग 15 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है और प्रतिबंधित हथियार बरामद किए जा चुके हैं। हमने नाटो द्वारा कराची बंदरगाह से अफगानिस्तान ले जाए जा रहे जहाजों से चुराए गए हथियारों को भी बरामद किया है।’ ताहिर ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर यह छापेमारी शुरू की गई थी। ऐसी खबरें मिली थीं कि अपराधों में लिप्त लोग वहां छिपे हैं। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद लोगों ने इसका कोई विरोध नहीं किया।




एमक्यूएम के सैंकड़ों कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने के लिए मुख्यालय पहुंच गए। शहर के कुछ हिस्सों को हिंसा के डर से बंद भी कर दिया गया। ऐसी खबरें हैं कि रेंजर्स के जवानों ने एमक्यूएम मुख्यालय की ओर जाने के दौरान रास्ते में लगे अवरोधकों को तोड़ने के बाद पूरे क्षेत्र को घेर लिया और पार्टी के दफ्तरों की तलाशी ली। उन्होंने पास के मकानों पर भी छापे मारे और एमक्यूएम के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया।




एमक्यूएम के प्रमुख नेता फैसल सबाज़वरी ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में इस छापेमारी की निंदा की और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा, ‘कराची में एमक्यूएम के मासूम कार्यकर्ताओं की अभियान के नाम पर हत्या की जा रही है।’




उन्होंने कहा कि एमक्यूएम एक शांतिपूर्ण पार्टी है और उसे निशाना बनाए जाने की वजह उसका वह संघर्ष है, जो वह 1947 के विभाजन के दौरान भारत से पाकिस्तान आए दबे-कुचले उर्दू भाषी लोगों के लिए करती है। एमक्यूएम ने इस अभियान के खिलाफ एक दिन के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।

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