रविवार, 15 मार्च 2015

मिसकॉल से हुई दोस्ती, शादी का झांसा और फिर हत्या



आमेर के मावठे में गत सप्ताह मिली मृत युवती की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। युवती की हत्या आमेर निवासी युवक ने की थी। गलती से हुए मिसकॉल पर दोनों में सम्पर्क हुआ, जो कुछ ही दिन बाद दोस्ती में बदल गया।



युवक शादी का झांसा देकर उसे अपने साथ भगा ले गया। पांच दिन साथ रहने के बाद युवक ने शादी से इनकार कर दिया। युवती अपने घर जाने के लिए तैयार नहीं हुई तो युवक ने गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव पानी में फेंक दिया। आमेर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।




पुलिस कमिश्नर श्रीनिवास राव जंगा ने बताया कि मावठे में मृत मिली युवती की पहचान खोनागोरियान स्थित पालड़ी मीणा निवासी आशा वर्मा (20) के रूप में हुई थी। उसकी हत्या के आरोप में आमेर के मेहंदी का वास निवासी अमित कुमार जांगिड़ उर्फ गोलू (31) को गिरफ्तार किया है। वह मूलत: कटरा (नदवई) निवासी है।




जनवरी में आशा के मोबाइल से गलती से अमित के मोबाइल नम्बर पर कॉल चली गई थी। मिस कॉल देख अमित ने कॉल किया। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। हालांकि दोनों मिल नहीं पाते थे। अमित ने शादी का झांसा देकर उसे साथ भागने के लिए राजी कर लिया। दोनों एक मार्च को ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा पर मिले।




वह आशा को सिंधी कैम्प स्थित एक होटल में ले गया। एक रात वहां ठहने के बाद वह आशा को बयाना, भरतपुर, मथुरा, गिरिराज धाम, काशगंज व पटियाला लेकर गया। इस दौरान अमित ने उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए।




शादी के लिए कहा तो लगाया ठिकाने

वे कुछ दिन घूमे और धूलंडी के दिन दोनों जयपुर आ गए। अमित ने आशा को घर जाने के लिए कहा, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुई। वह शादी करना चाहती थी, लेकिन अमित उससे छुटकारा चाहता था। अमित का प्यार मात्र दिखावा था। कोई रास्ता नहीं दिखा तो अमित ने उसे ठिकाने लगाने की ठान ली।




अमित ने पहले उसे रामगढ़ मोड़ स्थित रेस्टोरेंट में खाना खिलाया और रात को मोटर साइकिल से मावठे पर ले गया। मावठे की पाल पर छतरी के नीचे दोनों बैठ गए। रात करीब ग्यारह बजे अमित ने आशा का मुंह व गला दबाकर उसकी सांस रोक दी। कुछ ही पल में आशा ने दम तोड़ दिया। अमित ने शव को पानी में फेंक दिया और घर चला गया।




मोबाइल ने पकड़वाया

पुलिस को 8 मार्च को आशा का शव मिला। मामला प्रकाश में आते ही खोह नागोरियान थाना पुलिस आमेर पहुंच गई। वहां पहले ही आशा के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करवा रखी थी।




एसीपी (आमेर) अनिल सिंह चौहान ने बताया कि अमित और आशा की आपस में कई कॉल पाई गई। इस पर अमित को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने वारदात कबूल ली।

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