गुरुवार, 5 मार्च 2015

बाड़मेर 48 घंटे में 27 महिला कैमल सफारी दल ने की बॉर्डर पर 80 किमी की दूरी तय


बाड़मेर 48 घंटे में 27 महिला कैमल सफारी दल  ने की बॉर्डर पर 80 किमी की दूरी तय

 बाड़मेरबीएसएफके पचासवें वर्षगांठ के मौके महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से निकाली महिला कैमल सफारी ने बुधवार रात गडरारोड में प्रवेश किया। इस मौके ग्रामीणों और बीएसएफ के जवानों ने महिला सदस्यों का जोरदार स्वागत किया। ग्रामीणों ने देशभक्ति के नारों से अंतरराष्ट्रीय सीमा को गुंजायमान कर दिया। महिला कैमल सफारी में शामिल 27 महिलाओं ने सोमवार शाम गुजरात से बाड़मेर जिले की ब्राह्मणों की ढाणी से राजस्थान में प्रवेश किया था। 48 घंटे में कैमल सफारी ने 80 किलोमीटर की दूर तय की। गडरारोड पहुंचने पर सफारी की लीडर पदम श्री से सम्मानित बछेंद्री पाल और प्रेमलता अग्रवाल का बाड़मेर सेक्टर डीआईजी प्रतुल गौतम समेत कई अधिकारियों ने अगवानी की।

बीएसएफ की गडरा फारवर्ड बीओपी से कैमल सफारी गडरारोड कस्बे में पहुंची। यहां मौजूद महिलाओं ने मालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद कस्बे के हाई स्कूल में स्वागत कार्यक्रम हुआ। स्वागत कार्यक्रम का आगाज अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार फकीरा खां एण्ड पार्टी ने साजन आया सखी लोकगीत से स्वागत किया। इसके बाद यहां मौजूद स्थानीय महिलाओं और स्कूली छात्राओं में स्वागत की होड़ मच गई। महिला कैमल सफारी सदस्यों को मालाएं पहनाने के लिए महिलाओं की कतार लग गई।

बाड़मेर. बुधवार रात गडरारोड पहुंची कैमल सफारी

बछेंद्री के साथ फोटो की होड़

कस्बेकी छात्राओं में स्वागत करने के बाद एवरेस्ट पर जाने वाली पहली महिला पर्वतारोही बछेंद्री पाल के साथ फोटो खींचने के लिए होड़ मच गई। बछेंद्री भी सभी के साथ आत्मीयता से मिली और कई छात्राओं से बात की। बछेंद्री ने छात्राओं से उनके नाम और कक्षा की जानकारी ली।

नारोंसे गूंजा गडरारोड

महिलाकैमल सफारी के गडरारोड आगमन से लेकर देर रात तक चले स्वागत कार्यक्रम के दौरान देश भक्ति गीतों और नारों ने वातावरण को गुंजायमान कर दिया। बीएसएफ के बैंड पर जवानों ने एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति दी। इस दौरान डीआईजी प्रतुल गौतम, कमाडेंट एस एस सेहरावत,डा सरोज शिंदे, के तिवारी, रविन्द्र ठाकुर समेत कई अधिकारी और स्थानीय जन प्रतिनिधि मौजूद थे।

सफारीआज पहुंचेगी सून्दरा

गडरारोडसे कैमल सफारी गुरुवार को रवाना होगी। यहां से बॉर्डर पर स्थित तामलोर, एकेपी, एलकेटी, गोविंद और खड़ीन बीओपी से सूंदरा पहुंचेगी। यहां से कैमल सफारी जैसलमेर जाएगी।

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