शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

पाकिस्तान भारतीय हिन्दू इस मंदिर में नहीं जा सकते



कटासराज सहित पाकिस्तान के पौराणिक महत्व वाले प्रमुख धार्मिक स्थानों के जीर्णोद्धार के लिए 11 करोड़ 90 लाख रुपए की राशि पुरातत्व विभाग के हवाले करने के बाद अब नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने सिंध प्रांत में स्थित 11 मंदिरों की दशा सुधारने के प्रथम प्रयास में 55 लाख रुपए की राशि जारी कर दी है।

भारतीय हिन्दू इस मंदिर में नहीं जा सकते

देश विभाजन के बाद पाकिस्तान में रह गए मंदिरों के विकास के लिए प्रयत्नशील डा. मुनव्वर चंद को वक्फ बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया गया था। वह पाकिस्तान हिन्दू वैल्फेयर बोर्ड, पाकिस्तान माइनोरिटी वैल्फेयर कौंसिल, पाकिस्तान एंग्लो एशियन फ्रैंडशिप सोसायटी के प्रधान एवं अल्पसंख्यक राष्ट्रीय शांति परिषद के उपाध्यक्ष हैं।




श्री कृष्ण मंदिर, रावी रोड, लाहौर की प्रबंध समिति के महासचिव के नाते उन्होंने मार्च के प्रथम सप्ताह में भारतीय तीर्थ यात्रियों की उपस्थिति में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। काफी संघर्ष के बाद इस प्राचीन मंदिर में मूर्ति स्थापना 2007 में हुई। वहां नियमित सेवाएं दे रहे पुजारी काशी राम शर्मा को सरकार ने पांच मरला आवासीय भूखंड आबंटित किया है।




हिन्दुओं की प्रमुख समस्या का समाधान करते हुए लाहौर में अब 27 कनाल भूमि श्मशानघाट के लिए आबंटित कर दी गई है।

अपनी धर्मपत्नी सुनीता सहित भारतीय यात्रियों की सेवा में दिन-रात एक कर देने वाले डा. मुनव्वर चंद ने बताया कि श्री कृष्ण मंदिर को नई आभा प्रदान करने के अलावा लाहौर स्थित सर गंगाराम की समाधि को भी नया रूप दिया गया है। अग्रवाल धर्मशाला में नि:शुल्क औषधालय स्थापित कर दिया गया है। लगभग 100 कमरों की मुरम्मत का काम चल रहा है जिनमें 5 वी.आई.पी. रूम हैं।




डा. चंद बताते हैं कि सुविख्यात साधु बेला आश्रम (सक्खर) के जीर्णोद्वार के लिए 35 लाख रुपए जारी किए गए। जिन मंदिरों पर अब पांच-पांच लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं, उनमें कराची स्थित स्वामी नारायण मंदिर भी शामिल है जहां से प्रतिवर्ष हिंगलाज शक्ति पीठ के लिए तीर्थ यात्री रवाना होते हैं। चूंकि यह मंदिर ब्लूचिस्तान की दुर्गम पहाडिय़ों पर स्थित है इसलिए भारतीय हिन्दुओं को वहां जाने की अनुमति अभी नहीं मिली।







मानवाधिकारों व सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने पर पाकिस्तान सरकार डा. मुनव्वर चंद को कई बार सम्मानित कर चुकी है। चालीस वर्ष से एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में प्रैक्टिस कर रहे डाक्टर साहब को परमात्मा ने सुरीला स्वर भी दिया है। पुराने फिल्मी गीत व भजन गाते हुए वह श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।




इंगलैंड स्थित एंग्लो एशियन फ्रैंडशिप सोसायटी वहीं बसे हुए बाबा देवेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष पाकिस्तान में दीपावली पर परिवार मिलन का आयोजन करने लगी है। भूकंप पीड़ितों की सहायता व नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन डा. चंद के नेतृत्व में इस संस्था ने पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में करने व सामूहिक विवाहोत्सव के आयोजन की जिम्मेदारी भी संभाल रखी है। होली उत्सव का आयोजन भी संस्था की गतिविधियों में शामिल है। डा. चंद प्रत्येक सभा में पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों को यह संदेश देते हैं। अपने धर्म को छोड़ो मत, दूसरे धर्म को छेड़ो मत।

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