सोमवार, 2 फ़रवरी 2015

जैसलमेर किशनगढ़ फायरिंग रेंज धमाको से गूंज उठी

जैसलमेर किशनगढ़ फायरिंग रेंज धमाको से गूंज उठी 
भारत-पाक सीमा से लगती किषनगढ़ फायरिंग रेंज एक बार जोरदार धमाको से गूंजायमान हो उठी। किषनगढ़ रेंज में आज सीमा सुरक्षा बल की अखिल भारतीय राष्ट्रीय सपोर्ट वैप्सन शूटिंग्स प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इस सीमा सुरक्षा बल की इस 45वीं अंतर फ्रटियर्स प्रतियोगिता का उद्घाटन सी0सु0बल के राजस्थान सीमांत के उप महानिरीक्षक श्री ए.के.शर्मा ने किया। मुख्य अतिथि के यहां पहुंचने पर उनका स्वागत उपमहानिरीक्षक ,सीसुबल, जैसलमेर(उत्तर)श्रीअमितलोढ़ा, भा0 पु0 से0 ने किया। इस प्रतियोगता मंे सीमा सुरक्षा बल के शार्प शूटरो ने अचूक निषाने साधे। इस अवसर पर श्री रविगांधी, उप महानिरीक्षक, सीमान्त मुख्यालय, जोधपुर श्रीएम0बी0 £ान, उप महानिरीक्षक, सीमान्त मुख्यालय, जोधपुर एवं उपमहानिरीक्षक,सीसुबलजैसलमेर(दक्षिण)श्रीबी0एस0 राजपुरोहित, सहित अन्य वरिष्ट अधिकारी मौजूद थे।
श्री ए0के0शर्मानेप्रतियोगिता के शुभारंभ में सभी जवानों को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि सीमासुरक्षा बल सरहद की सुरक्षा के लिए सबसे बडी फोर्स है। जिसने साहसिक कार्यो व देष की सुरक्षा में अपने बलिदान के कारण शोहरत हासिल की है। सीमा प्रबंधन हो या आतंकवादी से मुकाबला या फिर स्पार्धाओं मे श्रेष्ठ खिलांडी तलाष कर देष के प्रतिनिधित्व करना, बल ने हमेषा इसमें अपना योगदान दिया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रंेज के आंतरिक ढांचे में विकास के कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी 11 फ्रंटियर के प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
भारत-पाकसीमा के नजदीक स्थित किषनगढ़ रेंज को सीमा सुरक्षा बल की फायरपावर की साक्षी बनी। प्रतियोगिता में 81 एम0एम0 मोर्टारतथा एम0एम0जी0 केडेमो के साथ किया गया। इस दौरान बल के फायर पावर का प्रदर्षन किया गया और प्रतियोगिता स्थल पर रंगारंग कार्यक्रम व देषभक्ति संगीत तथा इस दौरान विभिन्न रंगों के गुब्बारो व शांति के प्रतीक कबूतरों को उड़ाकर किया गया। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सीमा सुरक्षा बल के करीब 800 जवान-अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं तथा फायरिंग रेंज के निकट एक विषेष खेल गांव बनाया गया हैं।

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