बुधवार, 21 जनवरी 2015

बाड़मेर मुख्य सचिव से कमतर नहीं बाड़मेर आयुक्त ,तानाशाही से जनता परेशान

बाड़मेर मुख्य सचिव से कमतर नहीं बाड़मेर आयुक्त ,तानाशाही से जनता परेशान 


बाड़मेर आयुक्त ने तीन दिन में सभापति से अपने वार्ड के विकास कार्यो की सूचि मांगी



बाड़मेर लगातार पार्षदों और सभापति सहित आम जनता का निशाना बन रहे नगर परिषद् आयुक्त ने सभापति को नोटिस जारी कर तीन दिन में उनके निर्वाचित वार्ड 21 में बकाया विकास कार्यो की सूचि मांगी हे।जानकार सूत्रो ने बताया क8 आयुक्त द्वारा एक हास्यास्पद पत्र सभापति लूणकरण बोथरा को जारी कर विकास कार्य जो करवाने हे वार्ड में उनकी सूचि मांगी हे।अब आयुक्त साब को कौन समझाए की सभापति शहर के हे एक वार्ड के नही।उनके जिम्मे पुरे शहर का बिकास हे।अच्छा होता पुरे शहर में कराये जाने वाले विकास कार्यो की सूचि मांगते।आयुक्त का सामान्य ज्ञान सिफर सा लग रहा हे।इस पात्र के बाद फिर आयुक्त सभी के हंसी के पात्र बन गए।दो रोज पूर्व बोर्ड की बैठक में सभापति ने आयुक्त पर विकास कार्य नहीं करने का आरोप लगाया था साथ हो आयुक्त की तानाशाही पर निशाना साधा था।सभापति की बात में दम था।आयुक्त एक जनसेवक की तरह पेश आने क8 बजाय मुख्य सचिव जैसी हैसियत दर्शा रहे हे।आयुक्त यह भी कह रहे हे छुट्टी तो मुझे कलेक्टर ने भी नही दी फिर मैं रुक गया।मैं ऐसे ही करूँगा।बाड़मेर के विकास कार्यो पर सांप बन कर कुंडली मार कर बेठे आयुक्त के रवैये से स्थानीय जान प्रतिनिधियों और वसुंधरा सरकार के साथ बीजेपी की किरकिरी हो रही हैं।bnt@#$@

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