शनिवार, 24 जनवरी 2015

चित्तौड़गढ़ लव स्टोरी में पति बना विलेन, बीवी ने कराया कत्ल

चित्तौड़गढ़  लव स्टोरी में पति बना विलेन, बीवी ने कराया कत्ल
चित्तौड़गढ़। प्रेम प्रसंग में बाधक बन रहे पति को ठिकाने लगाने के लिए पत्नी और उसके प्रेमी ने भाड़े के बदमाशों से चार लाख रूपए में सौदा तय किया और प्रेमी ने बदमाशों के साथ मिलकर युवक की सरिए से वार कर हत्या कर दी।




पुलिस ने पत्नी और प्रेमी सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।




शंभूपुरा थाना प्रभारी दलपतसिंह ने बताया कि सात दिन पहले 18 जनवरी को सुबह आदित्य सीमेंट शंभूपुरा के कॉपरेटिव भंडार में कार्यरत फलासिया निवासी रामनिवास पुत्र मोतीलाल जाट (45) का रक्तरंजित शव फलासिया-केसरपुरा मार्ग पर पड़ा मिला था। उसके सिर पर गहरी चोट थी।




मृतक के बड़े भाई राम नारायण ने पुलिस को दी रिपोर्ट में हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने इस मामले में फलासिया गांव के ही ईश्वरसिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने रामनिवास की हत्या करना स्वीकार कर लिया।




यह कहानी आई सामने

पूछताछ के दौरान आरोपित ने पुलिस को बताया कि मृतक की पत्नी सुशीलाबाई के साथ पिछले तीन साल से उसके अवैध संबंध थे और इसकी जानकारी राम निवास को होने से वह विरोध करता था। इसी के चलते सुशीला ने ईश्वरसिंह के साथ मिलकर रामनिवास को ठिकाने लगाने की योजना बना ली।




सुशीला की सहमति के बाद आरोपित ईश्वरसिंह ने अपने पुराने परिचित बूंदी जिले के केशवराय पाटन थानान्तर्गत अरनेठा फाटक निवासी सुखवेन्द्रसिंह उर्फ लालू पुत्र म ोहनसिंह जट सिख व गुरविन्दरसिंह पुत्र बलदेवसिंह जट सिख से सम्पर्क किया। ईश्वरसिंह इन दोनों बदमाशों के साथ मध्यप्रदेश के मनासा में काम करता था, इस दौरान तीनों में मित्रता हो गई थी।




आरोपित ईश्वरसिंह ने रामनिवास की हत्या से एक सप्ताह पूर्व बूंदी जिले के केशवराय पाटन थानान्तर्गत अरनेठा फाटक निवासी सुखवेन्द्रसिंह उर्फ लालू पुत्र म ोहनसिंह जट सिख व गुरविन्दरसिंह पुत्र बलदेवसिंह जट सिख को यहां बुलाया था और तब चार लाख रूपए में रामनिवास की हत्या करने का सौदा तय हुआ था। दोनों आरोपितों को दस हजार रूपए अग्रिम दिए थे और शेष राशि हत्या के बाद देनी तय हुई थी। आरोपितों को दस हजार रूपए मृतक की पत्नी सुशीला ने दिए थे।




सौदा होने के बाद एक सप्ताह पहले भी आरोपितों ने रामनिवास की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन मौका नहीं मिल पाया। 16 जनवरी को बूंदी जिले के दोनों आरोपित फिर चित्तौड़गढ़ आए और 17 जनवरी को ईश्वरसिंह के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर आदित्य सीमेन्ट के को-ऑपरेटिव भण्डार पर गए।




रात्रि करीब पौने नौ बजे रामनिवास ड्यूटी पूरी कर घर के लिए रवाना हुआ तो तीनों आरोपित भी मोटरसाइकिल पर उसके पीछ चले गए। केसरपुरा-फ लासिया के कच्चे मार्ग पर ओवरटेक करते हुए रामनिवास को रोककर सुखवेन्द्र ने सरिए से व गुरविन्दर ने पत्थर से वार कर हत्या कर दी।




प्रेमी के लिए अलग सिम

पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सुशीला के पास प्रेमी से बात करने के लिए अलग से मोबाइल सिम है, जिससे दोनों के बीच लम्बी बातें होती थी। थाना प्रभारी दलपतसिंह ने ईश्वरसिंह के मोबाइल का कॉल विवरण निकलवाकर देखा तो सारी कहानी समझ में आ गई। उन्होंने मृतक की पत्नी सुशीला को भी हत्या के षड़यंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।




पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित ईश्वरसिंह की बूंदी जिले के दोनों आरोपितों से मोबाइल पर बात करवाकर सौदे की शेष राशि लेने के लिए बुलवाया और घेराबंदी क र दोनों को दबोच लिया। हत्या व हत्या के षड़यंत्र के आरोप में पुलिस ने मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी व बूंदी जिले के दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

Husband had been killed by wife


आरोपित बूंदी जिले के केशवराय पाटन थानान्तर्गत अरनेठा फाटक के सुखवेन्द्रसिंह उर्फ लालू पुत्र मोहनसिंह व गुरविन्दरसिंह पुत्र बलदेवसिंह जट सिख बू ंदी जिले के हिस्ट्रीशीटर है। दोनों के खिलाफ लूट, चोरी, नकबजनी, चेन स्नेचिंग के मामले दर्ज है।




इस टीम की मेहनत

पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा में हत्या का खुलासा करने के लिए टीम गठित कर शंभूपुरा थाना प्रभारी दलपतसिंह, हैड कांस्टेबल बलवंतसिंह, सिपाही धर्मेन्द्रसिंह, शंकरलाल, विनोद कुमार, रामनाथ, मुकेश व रियाज को शामिल किया था। - S  

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