सोमवार, 26 जनवरी 2015

प्रदेश के वाहन चालकों को नहीं पता स्टॉप लाइन का मतलब

प्रदेश के वाहन चालकों को नहीं पता स्टॉप लाइन का मतलब


आज देश ने 66 वा गणतंत्र दिवस मनाया और बात करी जाये इन सालो में देश की तरक्की की तो भारत ने इन सालो में हर कदम पर तरक्की हासिल की है, लेकिन इस तरक्की ने कही ना कही हमारे अधिकारों और कर्तव्यो के बीच की लड़ाई को भी बढ़ा दिया है| बात करी जाये अगर सिविक सेंस की तो इसकी जरुरत सभी जगह पर है खासतौर पर गाड़ी चलाते वक्त |

people-of-rajasthan-not-aware-of-stop-lines-on-road

बात अगर रेड लाईट पर देखी गयी गाड़ियो की रेलमपेल की करी जाये, तो इसमें एक के पीछे एक खड़ी गाड़ियों को था इं​तजार ग्रीन लाईट का| इस दौरान कितना फोलो कर रहे थे लोग स्टॉप लाईन का नियम और कितना नहीं, यह तब पता चला जब बात करी गयी ट्रैफिक में खड़े एक व्यक्ति से |


जब प्रदेश वासियों से बात करी गयी तो उन मेसे एक ने कहा की 19—20 का अंतर तो चलता है| इतना ही नही कुछ वाहन चालको को स्टॉप लाईन का मतलब ही नही पता था| उनके लिए केवल रेड और ग्रीन लाईट ही रुल है बाकी का क्या करना है और इस बारे में जब हमने बात की तो नियम तोड़ने वालो के चेहरे पर शिकन तक दिखाई नही दी|



वही ट्रैफिक पुलिस वालो का कहना है कि पूरे दिन में केवल 15 से 20 ही लोग मिलते है जो स्टॉप लाईन से आगे जाते है सबसे ज्यादा दिक्कत आती है हैलमेट ना पहनने वालो के साथ यह तो हाथ ही नही आते|

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