रविवार, 4 जनवरी 2015

नागौर। पानी पूरा, फिर भी प्यासी जनता

नागौर। पानी पूरा, फिर भी प्यासी जनता

नागौर| कभी फ्लोराइड युक्त पानी की समस्या से जूझ रहे नागौर शहर में इंदिरागांधी लिफ्ट केनाल से मीठा पानी आने के बावजूद शहरवासी पीने के पानी को तरस रहे हैं। लिफ्ट केनाल के माध्यम से निकटवर्ती गोगेलाव गांव में रिर्जव टैंक में पानी की भरपूर मात्रा है, लेकिन शहर में सप्लाई व्यवस्था सही नहीं होने से अब भी लोगों के घरों में फ्लोराइडयुक्त पानी आ रहा है और लोग फ्लोरोसिस के शिकार बनते जा रहे हैं। जलदाय विभाग के अधिकारी जहां एक दिन छोड़कर एक दिन पानी की सप्लाई की बात कह रहे हैं वही जनता का कहना है कि उन्हें पानी की सप्लाई समय पर नहीं की जा रही है।

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नागौर शहर के लिए नोखा-दैय्या से हर रोज 2 करोड़ लीटर पानी छोड़ा जाता है। नागौर शहर की जरूरत प्रतिदिन 1 करोड़ 10 लाख लीटर है। गोगेलाव में बने स्टोरेज डेम से करीब एक करोड़ 20 लाख लीटर से अधिक पानी सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन न तो नागौर शहर को पूरा पानी मिल रहा है और न ही आस-पास के गांवों की ही प्यास बुझ रही है। यहां तक की जिस गोगेलाव गांव की सरहद में स्टोरेज डेम बना है उस गांव में भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है।

नागौर शहर में नियमित पेयजल सप्लाई नहीं होने के कारण लोगों को हर दिन मंहगी दर पर टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। सर्दी के मौसम में भी पानी की किल्लत के चलते लोगों में जलदाय विभाग के प्रति रोष देखने को मिल रहा है।

गोगेलाव डेम के पास लीकेज है और वह भी एमएच व डीआई पाइप जंक्शन पर है। उसे जोड़ने के भी खूब प्रयास किए गए, लेकिन फिर भी लीकेज थम नहीं रहा है। यही वजह है कि एक ओर जहां लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है वहीं डेम में भरपूर पानी होने के बावजूद नागौर शहर वासी पीने के मीठे पानी को तरस रहे हैं।

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