सोमवार, 8 दिसंबर 2014

बाड़मेर। नकली नोट प्रकरण।पुलिस को आगे की कड़ी की तलाश



बाड़मेर। नकली नोट प्रकरण।पुलिस को आगे की कड़ी की तलाश
बाड़मेर गत तीन दिनों से भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित बाड़मेर जिले में पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसियों ने बड़ा खुलासा कर राष्ट्रद्रोही गतिविधियों में लिप्त पांच तस्करो को गिरफ्तार कर अहम कार्य किया हे।इस पुरे प्रकरण में एक बात सामने आई की सरहदी क्षेत्र के पुराने तस्कर फिर सक्रिय हो गए ।कुख्यात तस्कर नबिया और हेमाराम नकली नोटों के पर आरोप में पूर्व में जेल जा चुके हे ।
कचरा खान इनके लिए कोरियर का काम करता हे।वाही प्रेम धोबी और गिरधारी खत्री के इस क्षेत्र ने नए और चोंकाने वाले नाम सामने आये हे।नबिया मापूरी के स्मगलिंग डॉन बाबला गैंग का सरगना हे ।जिसका मास्टर माइंड कुख्यात तस्कर रमधा हे।रमधा के सहयोगी इस क्षेत्र में काफी हे जो इसकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।सांचोर के कुख्यात ताड़कर छगन खत्री भी इसी गैंग का एक मोहरा था।पाकिस्तान से आने वाली खेप बाड़मेर जे तस्कर छगन तक सांचोर पहुंचते थे बाद आगे छगन उसे सिद्धपुर हाई वे स्थित एक ढाबे तक पहुंचाने का काम करता था।गुजरात का यही स्थान बाड़मेर के तस्करो का प्रमुख ठिकाना हे।इसीढाबे से आगे आगे एक फेक्टरी हे जिसमे आगे की सप्लाई का और व्यक्ति जा निर्धारण होता रहा हैं।वर्तमान प्रकरण में एजेंसियों के पास दो बड़ी खेप आने की सुचना थी।क्योंकि नबिया और रमधा पिछले एक माह से क्षेत्र में सक्रीय थे।एजेंसिया यह पता करने ने जुटी हे की खेप का माल कही सरहद पर दबा के रखा हे या आगे भेज दिया।पुलिस के सामने यह प्रकरण एक चुनोति हे की तस्करो की पूरी चेन और तह तक पहुंचे।

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