बुधवार, 31 दिसंबर 2014

सूरत पुलिस के मॉक ड्रिल में 'टोपी', छिड़ा विवाद



नई दिल्ली। सूरत पुलिस के एक आतंकवादियों से निपटने के मॉक ड्रिल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ड्रिल में नकली आतंकवादी बनाकर शामिल किए गए तीन लोगों में से एक ने धर्म विशेष टोपी लगा रखी थी। ये खुलासा हुआ है एक वीडियो से।
इन तीन नकली आतंवादियों में एक पुलिसवाला था जबकि दो आम नागरिक थे। इनमें से एक ने टोपी लगा रखी थी जिससे संकेत जाता है कि एक खास समुदाय के लोग ही आतंकवादी घटनाओं में शामिल हैं। इस खुलासे के बाद अब सूरत पुलिस निशाने पर है।

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- हैरानी नहीं, सूरत पुलिस का मॉक ड्रिल वीडियो दिखाता है कि आतंकवादी ने टोपी पहनी थी। वहीं खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि ये दिखाता है कि पुलिस विभाग में किस तरह धारणा है कि सभी मुस्लिम आतंकवादी हैं। पुलिसवालों को पूरे देश और अल्पसंख्यकों से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि इसकी कड़ी जांच की जानी चाहिए। इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार है।

वहीं सूरत पुलिस ने इस पर खेद प्रकट करने से इनकार कर दिया। सूरत ग्रामीण के एसपी प्रदीप सेजल ने कहा कि पुलिस थाने के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने मीडिया से गुजारिश की कि इस मामले को सनसनी बनाकर नहीं बल्कि मॉक ड्रिल की तरह देखा जाना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें