मंगलवार, 9 दिसंबर 2014

राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे 8500 पाकिस्तानी

राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे 8500 पाकिस्तानी

देश में 15 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी अवैध रूप से रह रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि जम्मू-कश्मीर जहां सबसे ज्यादा पाकिस्तानी घुसपैठ होती है, वहां केवल आठ ही पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से रहने वाले माने जा रहे हैं। जबकि राजस्थान में यह आंकड़ा 8500 माना गया है। वीजा लेकर आए थे भारत और समय सीमा खत्म होने के बाद वापस न जाकर यहीं रहने लगे । ये वे लोग हैं जो वीजा लेकर पाकिस्तान से भारत आए थे और वीजा की समय सीमा खत्म होने के बाद वापस पाकिस्तान नहीं जाकर यहीं रहने लगे। प्रशासन एक साल में महज 58 पाकिस्तानियों को देश से निर्वासित कर पाया है। न तो स्थानीय पुलिस उनको गिरफ्तार कर निर्वासित करने की कार्रवाई करवा रही है और न ही सरकार इस तरफ ध्यान दे रही है। बड़ा सवाल यह भी है कि जब केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास इस तरह की जानकारी उपलब्ध है और राज्यवार आंकड़े भी हैं कि कहां कितने पाकिस्तानी गलत तरीके से रह रहे हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? जबकि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है।


राज्यों में यह है आंकड़ा
राजस्थान में 8500, महाराष्ट्र में 2023, मध्य प्रदेश में 1779, गुजरात में 1694, पश्चिम बंगाल में 220, उत्तर प्रदेश में 341, हरियाणा में 202, दिल्ली में 151, उत्तराखंड में 94, पंजाब में 81, तमिलनाडु में 42, केरल में 19, अहमदाबाद में 18, जम्मू-कश्मीर में 8, कर्नाटक में 5, पुड़्डुचेरी व आंध्र प्रदेश के में एक-एक पाकिस्तानी 
अवैध तरीके से रह रहे हैं।देश में अवैध रूप से रह रहे हैं 15179 पाकिस्तानी जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में राज्यसभा को दी गई सूचना में माना है कि देश में 15179 पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो 33 में से 17 राज्यों में पाक नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी हजारों की तादाद में पाकिस्तानी रह रहे हैं। गृह मंत्रालय ने यह भी माना है कि केंद्र और राज्य, दोनों सरकारों को इनके खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होना पुलिस और खुफिया तंत्र की लचर व्यवस्था को दर्शाता है।

और कार्रवाई का आंकड़ा दहाई तक
सरकार ने 2011 में 69 पाकिस्तानियों को देश से निर्वासित किया। 2012 में महज 31 लोग निर्वासित किए गए और 2013 में 58 को देश से निकाला गया। जबकि हर साल 60 से 70 हजार तक पाकिस्तानी भारत आते हैं।

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